राफेल नडाल, जो अपनी यादगार खेल शैली के लिए जाने जाते हैं, ने नॉर्डिया ओपन के क्वार्टरफाइनल में प्रवेश कर लिया है। यह उनका पहला क्वार्टरफाइनल है जिसका इंतजार जनवरी से था। नडाल ने दूसरे राउंड में पांचवीं वरीयता प्राप्त कैमरून नॉरी को 6-4, 6-4 से हराकर अपनी काबिलियत का सबूत दिया।
नडाल ने मैच के दौरान गिरने के बावजूद अपने जज्बे को नहीं टूटने दिया। दूसरे सेट की पहली गेम में क्ले कोर्ट पर स्लाइड करते समय वह गिर पड़े और उनके घुटनों में चोट लग गई। इसके बावजूद, उन्होंने चिकित्सा उपचार के बाद मैच में वापसी की और अपने मजबूत खेल से मैदान पर धमाकेदार खेल दिखाया।
दूसरे सेट में नडाल ने 4-1 की स्थिति में आकर अपने खेल का स्तर बढ़ाया और लगातार पांच गेम जीतकर मैच अपने नाम कर लिया। यह न सिर्फ उनके शारीरिक बलिदान का साक्षी है, बल्कि उनके मानसिक ताकत का भी प्रमाण है।
इस टूर्नामेंट में नडाल 19 साल की उम्र में खिताब जीतने के बाद पहली बार खेल रहे हैं। यह उनके लिए बेहद खास मौका है क्योंकि स्वीडन के इस टूर्नामेंट में उनकी वापसी हुई है। 2005 में उन्होंने यहां खिताब जीता था और इस बार भी उनकी नजरें शीर्ष पुरस्कार पर हैं।
नडाल अब पेरिस में रोलैंड गैरोस पर ओलंपिक टूर्नामेंट के लिए तैयार हो रहे हैं। स्वीडन में उन्होंने अपने आदान-प्रदान और खेल कौशल को सुधारने का प्रयास किया है जिससे वह ओलंपिक में शीर्ष स्थिति पाने की कोशिश करेंगे। नडाल के प्रशंसकों के लिए यह शानदार खबर है क्योंकि उनके पसंदीदा खिलाड़ी ने एक बार फिर अपनी चमक दिखाई है।
राफेल नडाल के इस प्रदर्शन से न सिर्फ उनका आत्मविश्वास बढ़ा है, बल्कि उनके समर्थकों का उत्साह भी बढ़ा है। अब देखना होगा कि वह क्वार्टरफाइनल में कैसे खेलते हैं और क्या वह इस दौरे में अपनी छाप छोड़ने में सफल होते हैं।