मणिपुर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (BSEM) आज दोपहर 3 बजे बहुप्रतीक्षित बीएसईएम कक्षा 10 के परिणाम 2024 की घोषणा करने के लिए तैयार है। इस वर्ष कुल 37,715 छात्रों ने पूरे राज्य में आयोजित इन परीक्षाओं में भाग लिया, जिनका आयोजन मार्च 15 से अप्रैल 3, 2024 तक किया गया था। ये परीक्षाएं दो पालियों में 154 केंद्रों पर संपन्न हुई।
प्रत्येक वर्ष की तरह, इस वर्ष भी छात्र और उनके अभिभावक परिणामों का उत्सुकता से इंतजार कर रहे हैं। परिणामों की घोषणा के बाद छात्र आधिकारिक वेबसाइटों bsem.nic.in और manresults.nic.in पर जाकर अपने परिणाम देख सकते हैं।
परिणाम देखने के लिए छात्रों को निम्नलिखित सरल चरणों का पालन करना होगा:
मणिपुर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने इस व्यवस्था को सुचारू ढंग से चलाने के लिए अपनी वेबसाइट्स को बेहतर और त्वरित सेवा प्रदान करने के लिए अपडेट किया है ताकि छात्रों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।
पिछले वर्षों के परिणामों पर नजर डालें तो, 2022 में बोर्ड ने 76 प्रतिशत का समग्र पास प्रतिशत दर्ज किया था, जिसमें 39,233 उम्मीदवारों में से 29,814 ने परीक्षा उत्तीर्ण की थी। यह प्रदर्शन छात्रों और शिक्षकों दोनों की मेहनत का परिणाम था।
हर साल, छात्रों का प्रदर्शन और परीक्षाओं का स्तर और भी ऊंचा होता जा रहा है। 2023 में पास प्रतिशत 78 प्रतिशत तक पहुंच गया था। इस वर्ष भी छात्रों को उम्मीद है कि उनका प्रदर्शन बेहतर होगा।
जो छात्र इस बार के परिणाम में सफल नहीं हो पाते, उनके लिए बोर्ड ने पुनः परीक्षा (compartment exams) की व्यवस्था की है। ये परीक्षाएं छात्रों को अपनी गलतियों को सुधारने और पुनः बेहतर प्रदर्शन का मौका देती हैं। इसके लिए छात्र अपनी तैयारी को फिर से मजबूत कर सकते हैं और बेहतर परिणाम की ओर कदम बढ़ा सकते हैं।
पुनः परीक्षा का आयोजन जून के महीने में किया जाएगा, जिसकी विस्तृत जानकारी बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध होगी।
परीक्षा परिणाम किसी भी छात्र के जीवन में महत्वपूर्ण होते हैं। दसवीं की परीक्षा एक मील का पत्थर होती है जो छात्रों के करियर के अगले चरणों की नींव रखती है। ऐसे में यह महत्वपूर्ण है कि छात्र मानसिक तनाव को कम करें और अपनी शैक्षणिक यात्रा में पूरी तरह समर्पित रहें।
परिणाम एक तरीके से तय नहीं करता कि छात्र का भविष्य क्या होगा, बल्कि यह विद्यार्थियों को उनके आगामी लक्ष्यों की दिशा में प्रेरित करता है। निष्कर्ष यह है कि मेहनत का कोई विकल्प नहीं है और निरंतर प्रयास ही सफलता की कुंजी है।
मणिपुर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड लगातार अपने परीक्षा प्रणाली और शिक्षा प्रणाली को बेहतर बनाने के प्रयास कर रहा है। इन सुधारों का मुख्य उद्देश्य छात्रों को बौद्धिक, भावनात्मक और सामाजिक रूप से मजबूत बनाना है।
परीक्षाओं के साथ-साथ शिक्षण विधियों में तकनीकी बदलाव भी लाए जा रहे हैं ताकि छात्रों को एक आधुनिक और उन्नत शिक्षा प्रणाली प्रदान की जा सके। ऑनलाइन शिक्षा, डिजिटल लर्निंग और स्मार्ट क्लासरूम जैसी अवस्थापना विकासशील कदम हैं जो छात्रों के भविष्य को और अधिक प्रौद्योगिकी-संचालित बना रहे हैं।
इस प्रकार, बीएसईएम कक्षा 10 का परिणाम 2024 सिर्फ एक परीक्षा परिणाम नहीं है, यह एक प्रारंभिक बिंदु है जो भविष्य की कई संभावनाओं के द्वार खोलता है। प्रत्येक छात्र के जीवन में यह परिणाम उनके संघर्ष और सफलताओं का साक्षी होता है।
हम सभी छात्रों को उनके आने वाले भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते हैं और आशा करते हैं कि वे अपने लक्ष्यों को प्राप्त करें और मणिपुर को गर्वान्वित करें।
Ira Burjak
मई 28, 2024 AT 20:58अरे भाई, ये परिणाम आने से पहले मैंने तो अपने दोस्त के साथ बहुत ज्यादा डर लगाया था कि शायद मैं फेल हो जाऊंगा... पर जब देखा तो 82% आ गया! अब तो बस अपने दिमाग को शांत रखना है, क्योंकि अगला चरण तो अभी शुरू हो रहा है।
Shardul Tiurwadkar
मई 30, 2024 AT 14:3878% पास रेट वाला साल तो था जब हर कोई अपनी नोटबुक बेच रहा था क्योंकि उसमें सब कुछ लिखा हुआ था... अब तो बस लैपटॉप पर एक लाइन भी नहीं लिखते, सब कुछ ChatGPT के हवाले। असली मेहनत कहाँ गई? ये तो बस एक डिजिटल नाटक है।
Abhijit Padhye
जून 1, 2024 AT 05:45दोस्तों, ये परिणाम तो बस एक आंकड़ा है, जीवन का असली परीक्षण तो तब शुरू होता है जब आप अपने आप से बात करते हैं। आपने कभी सोचा है कि अगर आपका रोल नंबर 12345 है और आपका दोस्त का 54321 है, तो क्या आपकी क्षमता भी उतनी ही अलग है? नहीं। ये सिर्फ एक सिस्टम है जो आपको एक नाम देता है। असली शिक्षा तो आपके अंदर है, जो किसी बोर्ड ने नहीं दिया।
VIKASH KUMAR
जून 2, 2024 AT 22:33मैंने तो आज सुबह जब परिणाम आया तो रो पड़ा... नहीं नहीं, नहीं रोया, बस आंखें भर आईं 😭😭😭 अब तो मैं अपनी माँ के घर जाकर रोने वाला हूँ, वो बोलीं थीं ‘बेटा, तू तो बहुत अच्छा है’... अब तो मैं इस दुनिया के सामने गुनगुनाऊंगा कि मैंने क्या किया! 🙏✨
UMESH ANAND
जून 4, 2024 AT 01:32महोदयों एवं महोदयाएँ, इस परिणाम के संदर्भ में एक गंभीर बात उठाना आवश्यक है। शिक्षा का उद्देश्य केवल परीक्षा में उत्तीर्ण होना नहीं, बल्कि नैतिक और बौद्धिक विकास है। अतः, डिजिटल लर्निंग के प्रचलन के साथ नैतिक शिक्षा का प्राथमिकता से अनुसरण अत्यंत आवश्यक है। यह एक सामाजिक जिम्मेदारी है जिसे हम सभी को गंभीरता से लेना चाहिए।