नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने बहुप्रतीक्षित राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा स्नातक (NEET UG) 2024 का संशोधित परिणाम घोषित कर दिया है। यह संशोधित परिणाम सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद घोषित किया गया है, जिसमें फिजिक्स के प्रश्नों में सुधार शामिल है। छात्रों के लिए यह परिणाम बेहद महत्वपूर्ण है, खासकर उनके लिए जो डॉक्टर बनने का सपना देख रहे हैं।
छात्र अपना संशोधित परिणाम NTA की आधिकारिक वेबसाइट exam.nta.ac.in/NEET पर जाकर देख सकते हैं। वेबसाइट पर लॉगिन करने के बाद परीक्षा का रोलनंबर और जन्मतिथि डालकर परिणाम चेक किया जा सकता है। परिणाम में किए गए बदलावों को ध्यान में रखते हुए छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे अपने परिणाम को ध्यान से जाँचें।
यह निर्णय सुप्रीम कोर्ट द्वारा कई याचिकाओं को खारिज करने के बाद लिया गया है, जिसमें नीट यूजी 2024 की परीक्षा को रद्द करने और पुनः परीक्षा कराने की मांग की गई थी। सुप्रीम कोर्ट ने एनटीए को सही उत्तर कुंजी के आधार पर परिणाम पुनः घोषित करने का निर्देश दिया था। इसके बाद नतीजे में फिजिक्स के प्रश्नों को सही करते हुए अंतिम परिणाम जारी किया गया।
संशोधित परिणाम में 67 छात्रों ने ऑल इंडिया रैंक 1 साझा किया, जबकि छह छात्रों को निरीक्षक की गलती के कारण खोए गए समय के लिए अतिरिक्त अंक दिए गए। साथ ही एक गलत फिजिक्स प्रश्न के लिए 44 छात्रों को ग्रेस मार्क्स दिए गए। संशोधित परिणाम में अब 720 में से 715 अंक प्राप्त करने वाले छात्रों को 720 अंक प्राप्त करने वाले छात्रों के बाद रैंकिंग दी गई है और 720 में से 716 अंक प्राप्त करने वाले 70 छात्रों को भी प्रतिष्ठित रैंक दी गई है।
संशोधित परिणाम घोषित होने के बाद अब मेडिकल काउंसलिंग का भी आरंभ हो जाएगा। अभ्यर्थियों को ऑल इंडिया कोटा (AIQ) की सीटों के लिए mcc.nic.in पर आवेदन करना होगा। काउंसलिंग प्रक्रिया को ध्यान में रखते हुए, छात्रों को अपनी तैयारी कराने और आवश्यक दस्तावेजों को सही तरीके से प्रस्तुत करने की सलाह दी जाती है।
शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने घोषणा की थी कि संशोधित परिणाम दो दिनों के भीतर घोषित कर दिया जाएगा। यह प्रक्रिया सुचारू रूप से संपन्न हुई है और छात्रों के भविष्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। इस निर्णय ने छात्रों को फिजिक्स प्रश्न में सुधार के साथ सही परिणाम प्रदान किया है, जिससे उनकी मेहनत का उचित मुआवजा मिला है।
इस संशोधित परिणाम ने नीट यूजी 2024 के प्रतियोगियों को न केवल आशा की लहर दी है बल्कि उन्हें अपने भविष्य को लेकर और भी जोश से भर दिया है। अब यह देखना अहम होगा कि ये परिणाम छात्रों के करियर को किस प्रकार से सकारात्मक दिशा प्रदान करते हैं।
Dr Vijay Raghavan
जुलाई 27, 2024 AT 14:43ये सब नीट का खेल है भाई। अब तक कितनी बार फिजिक्स के सवाल गलत रहे? NTA को तो बस ये करना चाहिए कि पहले से ही सही सवाल बनाएं। नहीं तो छात्रों का दिमाग घुमाने का ये खेल बंद करो। अब तक जितने लोगों के सपने टूटे हैं, उनका क्या होगा? जो अभी रैंक बदली, उन्हें तो बधाई लेकिन बाकी सब का जो नुकसान हुआ, उसका इंतजाम कौन करेगा?
Partha Roy
जुलाई 28, 2024 AT 08:44फिजिक्स के एक सवाल के लिए 44 लोगों को ग्रेस मार्क्स... ये क्या बकवास है? मैंने तो 700+ मारे थे और मेरा एक ऑब्जेक्टिव भी गलत हुआ था, कोई ग्रेस नहीं मिला। अब ये सब नियम बदलने का खेल किसके लिए है? क्या हम सब यहाँ राजनीति के टेस्ट के लिए बैठे हैं? ये नीट अब बस एक फनी शो बन गया है।
Kamlesh Dhakad
जुलाई 29, 2024 AT 15:12हां भाई, ये संशोधित परिणाम अच्छा है। मेरा भी एक दोस्त है जिसका फिजिक्स सेक्शन गलत था, अब उसका रैंक बढ़ गया है। लेकिन अगर ये पूरी परीक्षा फिर से होती तो बेहतर होता। अब तो बस आगे बढ़ना है। काउंसलिंग के लिए दस्तावेज तैयार रखो, जल्दी करो।
Hemant Kumar
जुलाई 31, 2024 AT 01:23मैंने इस परिणाम को देखा, असल में ये एक अच्छा कदम है। गलत सवाल के लिए ग्रेस मार्क्स देना जरूरी था। लेकिन अब ये बात नहीं कि किसने कितना अंक पाया, बल्कि ये है कि अब छात्र अपना भविष्य बनाएं। अगर आपको रैंक बढ़ी है, तो खुश हो जाओ। अगर नहीं, तो अपनी मेहनत को न भूलो।
NEEL Saraf
जुलाई 31, 2024 AT 14:20अरे भाई... ये जो रैंक बदली है, वो तो बहुत अच्छी बात है... लेकिन अगर हम लोग इसे एक बार फिर से देखें... तो शायद... ये भी हो सकता है कि... नीट की तैयारी करने वाले लोगों को असली तौर पर ये अंक नहीं मिले... यानी कि... अच्छा होगा अगर एक बार फिर से परीक्षा हो जाए...
Ashwin Agrawal
अगस्त 2, 2024 AT 11:47मेरा दोस्त जिसने 715 मारे थे, उसका रैंक अब 1 हो गया। उसका जोश देखकर मैं खुश हो गया। ये सब तो बस एक अंक का खेल है। असली बात तो ये है कि तुम डॉक्टर बनने के लिए तैयार हो। बाकी सब बस फॉर्मलिटी है।
Shubham Yerpude
अगस्त 3, 2024 AT 08:47यह एक गहरा दार्शनिक प्रश्न है। क्या एक गलत प्रश्न के लिए ग्रेस मार्क्स देना, न्याय की वास्तविकता को दर्शाता है? या यह एक विश्वासघात है जिसमें एक अनियमित शक्ति ने एक अनियमित निर्णय लिया है? क्या एक अंक एक जीवन का निर्णय कर सकता है? क्या एक परीक्षा एक व्यक्ति की पहचान बन सकती है? यह सवाल नीट नहीं, बल्कि समाज के आधार को छूता है।
Hardeep Kaur
अगस्त 3, 2024 AT 22:05मैं एक ट्यूटर हूँ और मेरे कई छात्र इस बार बहुत तनाव में थे। अब जब रैंक ठीक हो गई है, तो उनका चेहरा खिल गया। ये संशोधित परिणाम बहुत अच्छा है। अब बस आगे की तैयारी पर ध्यान दें। काउंसलिंग के लिए डॉक्यूमेंट्स तैयार रखो। आप सब कर सकते हो।
Chirag Desai
अगस्त 5, 2024 AT 13:34ये तो बस एक अंक का खेल है। अब जो भी रैंक आई, उसे लेकर चलो। काउंसलिंग शुरू हो गई है, तो तैयार हो जाओ। जितने लोग नीट देते हैं, उनमें से 90% तो बस एक नंबर के लिए दौड़ते हैं। असली बात तो डॉक्टर बनना है।
Abhi Patil
अगस्त 5, 2024 AT 22:34आप सब यहाँ अंकों के बारे में बात कर रहे हैं, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि नीट एक अंग्रेजी माध्यम के छात्रों के लिए एक असमान खेल है? यह एक वैश्विक शिक्षा के आधार पर नहीं, बल्कि एक राष्ट्रीय भाषा के आधार पर बनाया गया है। जिन छात्रों के पास अंग्रेजी का गहरा ज्ञान नहीं है, उनके लिए यह परीक्षा एक अन्याय है। अंक तो बदल गए, लेकिन व्यवस्था अभी भी असमान है।
Devi Rahmawati
अगस्त 6, 2024 AT 16:33क्या यह संशोधित परिणाम वास्तव में न्याय की ओर एक कदम है? या यह केवल एक राजनीतिक निर्णय है जिसका उद्देश्य असंतुष्टि को शामिल करना है? क्या एक गलत प्रश्न के लिए ग्रेस मार्क्स देना, शिक्षा के उच्च उद्देश्य को निरूपित करता है? या यह एक विश्वासघात है जिसमें एक अनियमित निर्णय लिया गया है?
Prerna Darda
अगस्त 8, 2024 AT 16:14ये संशोधित परिणाम एक बड़ी जीत है! जिन छात्रों को ग्रेस मार्क्स मिले, उनकी तारीफ है! लेकिन ये नीट का एक छोटा सा बदलाव है। असली बात ये है कि हमें एक ऐसी परीक्षा चाहिए जो ज्ञान को नापे, न कि याद करने की क्षमता। डॉक्टर बनने के लिए तो एक अच्छा दिमाग चाहिए, न कि एक अच्छा याददाश्त। अब तो नीट को फिर से डिज़ाइन करने का समय है।
rohit majji
अगस्त 9, 2024 AT 06:28बस एक लाइन: अब जो भी हुआ है, वो हुआ... अब बस काउंसलिंग के लिए तैयार हो जाओ और दिल से डॉक्टर बनो!