मुंबई में सेंट्रल रेलवे का 63 घंटे का मेगा ब्लॉक: देरी और भीड़ भाड़ का कारण बनता

मुंबई में सेंट्रल रेलवे का 63 घंटे का मेगा ब्लॉक: देरी और भीड़ भाड़ का कारण बनता

मुंबई में सेंट्रल रेलवे का 63 घंटे का मेगा ब्लॉक

मुंबई में सेंट्रल रेलवे द्वारा 63 घंटे के मेगा ब्लॉक की घोषणा के बाद जनजीवन प्रभावित हो गया है। यह ब्लॉक गुरुवार की मध्यरात्रि से शुरू हुआ और इसका मुख्य उद्देश्य थाने स्टेशन के प्लेटफार्म 5 और 6 के चौड़ीकरण का कार्य करना है। हालांकि, इस ब्लॉक के कारण मुंबई की आम जनता, खासकर ऑफिस जाने वाले लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।

सेवा की रूकावटें और बिस्थापन

ब्लॉक के पहले ही दिन मुंबई की लोकल ट्रेनों में अव्यवस्था देखी गई। सेंट्रल रेलवे की मुख्य गलियारों पर सेवाएं प्रभावित हुईं, जिससे यात्रियों को अपने गंतव्य तक पहुंचने में काफी समय लग रहा है। यात्रियों ने 30 मिनट तक की देरी और अत्यधिक भीड़भाड़ की शिकायत की। जो लोग समय पर पहुंचने की कोशिश कर रहे थे, उन्हें भारी भीड़ का सामना करना पड़ रहा है। इसके चलते मुंबई के कई प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर लोगों की भीड़ देखने को मिल रही है।

सरकारी प्रबंध और प्रतिज्ञा

महाराष्ट्र सरकार ने मौजूदा स्थिति को देखते हुए कुछ प्रबंध किए हैं। सरकार ने सार्वजनिक सेवा वाहनों जैसे बसें, टैक्सियां और ऑटोरिक्शा को मार्ग निवारण के तहत परिचालन की अनुमति दी है। इसके साथ ही, सम्बन्धित विभागों को भी अलर्ट किया गया है कि वे यह सुनिश्चित करें कि लोगों को बहुत अधिक परेशानी का सामना न करना पड़े।

ट्रेनों की रद्दीकरण और नया समय-निर्धारण

रिपोर्ट्स के अनुसार, शुक्रवार को कम से कम छह लम्बी-दूरी की ट्रेनें और 161 लोकल सेवाओं को रद्द किया गया है। इसके अलावा, ब्लॉक के दौरान शुक्रवार से रविवार तक 72 लम्बी-दूरी की ट्रेनें और 930 उपनगरीय सेवाएं रद्द रहेंगी। रेलवे प्राधिकरण ने यात्रियों से अपील की है कि अगर ट्रेन यात्रा अनिवार्य नहीं है तो वे इससे बचें। साथ ही, उन्होंने विभिन्न कार्यालयों से आग्रह किया है कि वे कर्मचारियों को घर से काम करने की अनुमति दें ताकि यात्रियों पर ट्रेनों में भीड़ का दबाव कम किया जा सके।

ट्रैफिक प्रबंधन और सुरक्षा उपाय

रेलवे और यातायात विभाग ने यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए विभिन्न गतिविधियों का संचालन किया है। उन्होंने इस समयावधि के दौरान सुरक्षा उपायों को मजबूत किया है। विशेष रूप से, रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों ने निरीक्षण किया और अटलान्तिक स्थिति का जायजा लिया। काम के प्रगति की निगरानी की गई और कुछ गतिविधियां निर्धारित समय से पहले ही पूरी कर ली गई।

भविष्य की योजनाएं और संभावनाएं

रेलवे प्राधिकरण को विश्वास है कि ब्लॉक समाप्त होते ही परिस्थिति सुधर जाएगी। अधिकारियों का कहना है कि यह कार्य आवश्यक था और इससे भविष्य में यात्रियों को अधिक सुविधाएं मिल सकेंगी। बुनियादी संरचना की मजबूती के साथ-साथ सेवा में सुधार का उद्देश्य होगा। यात्री सेवाओं को और भी उपयोगी और सुविधाजनक बनाने के लिए अनेक अन्य योजनाएं भी विचाराधीन हैं।

इस प्रकार, सेंट्रल रेलवे के 63 घंटे के मेगा ब्लॉक ने मुंबई की जिन्दगी पर गहरा असर डाला है, लेकिन उम्मीद है कि निरंतर सुधार और मजबूत संरचनाओं के कारण आने वाले दिनों में सेवाएं और भी सुगम हो जाएंगी।