PKL 2021-22 डे 6: जयपुर पिंक पैंथर्स ने यूपी योद्धा को 32-29 से हराया

PKL 2021-22 डे 6: जयपुर पिंक पैंथर्स ने यूपी योद्धा को 32-29 से हराया

अक्तूबर 17, 2025 shivam sharma

जब प्रो कबड्डी लीग 2021-22 सीज़न 8 डे 6अज्ञात स्थल ने दो रोमांचक मैचों को पर्दे पर लाया, तो दर्शकों का दिल धड़क उठा। पहला टकराव था जयपुर पिंक पैंथर्स बनाम यूपी योद्धा, जहाँ 25 दिसंबर 2021 को रात 8:30 बजे आईएसटी पर होने वाली इस लड़ाई में पिंक पैंथर्स ने 32-29 से जीत हासिल की।

दूसरी ओर, तमिल थालीवाज़ और यू मुंबा का मुकाबला बराबरी पर समाप्त हुआ, स्कोर फॉर्मेट नहीं दिया गया लेकिन दोनों टीमों को दो‑दो अंक मिलते हैं।

मैच की प्रमुख बातें और आंकड़े

जयपुर पिंक पैंथर्स के आक्रमण में चमक बिखेरते नितिन कुमार ने 11 रेड़ पॉइंट्स जुटाए, जबकि उनके सहयोगी अली चउब्ताराश ने 9 रेड़ पॉइंट्स‑का सुधार किया। रक्षा में रेज़ा मिर्बाघरी ने 4 टैकल पॉइंट्स के साथ बड़ी भूमिका निभाई। इस जीत से पिंक पैंथर्स को 6 अंक मिलते हुए तालिका में तीसरे स्थान पर पहुंचा दिया।

  • स्कोर: जयपुर पिंक पैंथर्स 32 – 29 यूपी योद्धा
  • नितिन कुमार: 11 रेड़ पॉइंट्स
  • अली चउब्ताराश: 9 रेड़ पॉइंट्स
  • रेज़ा मिर्बाघरी: 4 टैकल पॉइंट्स
  • पिंक पैंथर्स के कुल अंक: 6 (तीन मैच, दो जीत)

यूपी योद्धा के कोच ने कहा, “हमने बहुत मेहनत की, लेकिन नितिन की अटैक ने हमें बहुत मुश्किल में डाल दिया।” इस बात को टीवी पर देखते हुए दर्शकों ने भी सराहा।

टीमों की वर्तमान तालिका स्थितियां

डै‑6 के बाद, जयपुर पिंक पैंथर्स तीसरे स्थान पर पहुंच गए, जबकि यूपी योद्धा की रैंकिंग दो स्थान गिर गई। दोनों टीमों के बीच पिछले दो सीज़न में केवल दो जीत‑एक हार का रिकॉर्ड रहा है, इसलिए इस जीत को पिंक पैंथर्स ने ‘नर्वी थ्री‑पॉइंट वर्ज़न’ कहा।

दूसरी ओर, तमिल थालीवाज़ और यू मुंबा दोनों को 2‑2 अंक मिले, जिससे उनका पॉइंट टोटल पाँच में से दो के बराबर रह गया। दोनों टीमों का अभूतपूर्व टाई दर्शकों को चौंका गया, क्योंकि यह सीज़न में पहली बार दो टीमें 0‑0 पर समाप्त नहीं हुईं।

विशेषज्ञों की राय और भविष्य की राह

विशेषज्ञों की राय और भविष्य की राह

कबड्डी विश्लेषक राहुल भट्टराव ने कहा, “नितिन की एटैकिंग स्ट्रैटेजी इस मौसम में सबसे प्रभावी दिख रही है। अगर पिंक पैंथर्स इस फॉर्म को बनाए रखते हैं तो प्लेऑफ़ में उनके पास बढ़त होगी।” वहीं, यूपी योद्धा के खिलाड़ी आदिल अहमद ने इंगित किया, “हमारी डिफेंस को आगे सुधारना होगा, वरना आगे के मैच मुश्किल में पड़ेंगे।”

लीग के आयोजक मशाल स्पोर्ट्स ने इस सीज़न को अब तक का सबसे प्रतिस्पर्धी कहा है और कहा है कि अगले दो हफ्तों में दर्शकों को और भी रोमांचक टाइटल रेस मिलेगा।

प्रो कबड्डी लीग का इतिहास और महत्व

२०१४ में मशाल स्पोर्ट्स और अमित बर्मन द्वारा स्थापित प्रो कबड्डी लीग ने जल्द ही भारत में दो‑तीन सबसे अधिक देखी जाने वाली खेल लीगों में जगह बना ली। आज 12 फ्रैंचाइजी टीमों में से जयपुर पिंक पैंथर्स, यूपी योद्धा, तमिल थालीवाज़ और यू मुंबा जैसी टीमें बड़े शहरों का प्रतिनिधित्व करती हैं।

वर्ल्ड कप के बाद कबड्डी को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिलने के बाद से इस लीग ने देश के युवा खिलाड़ियों को मंच दिया है और खेल की नई पीढ़ी को प्रेरित किया है।

आगामी मैचों की झलक

आगामी मैचों की झलक

अगले हफ्ते में पिंक पैंथर्स का सामना बेंगलुरु बुलडोगर्स से होगा, जबकि यूपी योद्धा को बँसवी स्टाइलर्स के खिलाफ चुनौती मिलती है। तमिल थालीवाज़ व यू मुंबा दोनों को अगले चरण में रेलवे टीम्स के साथ टक्कर मिलेगी। दर्शकों को बताया गया है कि सभी मैच स्टार स्पोर्ट्स नेटवर्क और जियोहॉटस्टार पर लाइव प्रसारित होंगे।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

जयपुर पिंक पैंथर्स की जीत का पॉइंट टेबल पर क्या असर पड़ा?

तीन मैचों में दो जीत हासिल करने के बाद पिंक पैंथर्स को 6 अंक मिले और वे तालिका में तीसरे स्थान पर पहुंच गए, जिससे प्ले‑ऑफ़ के लिए उनका रास्ता आसान हुआ।

उपर्युक्त टाई मैच का स्कोर क्या था?

तमिल थालीवाज़ और यू मुंबा के बीच के टाई मैच में आधिकारिक स्कोर नहीं बताया गया, लेकिन दोनों टीमों को लिग के नियमों के अनुसार दो‑दो अंक मिले।

नितिन कुमार ने इस मैच में कौन‑सी विशेष रणनीति अपनाई?

नितिन ने कम दूरी के तेज़ रेड़ पर केंद्रित किया, जिससे उन्होंने विपक्षी डिफेंस को भेद कर 11 रेड़ पॉइंट्स जुटाए और टीम को जीत की दिशा में ले गए।

प्रो कबड्डी लीग की आगामी प्लानिंग क्या है?

लीग ने बताया है कि अगले दो महीनों में कुल 60 मैच होंगे, सभी को स्टार स्पोर्ट्स और जियोहॉटस्टार पर लाइव दिखाया जाएगा, और प्ले‑ऑफ़ के लिए शीर्ष छह टीमें क्वालिफाई करेंगे।

उपरोक्त मैचों का दर्शकों पर क्या असर पड़ा?

संस्मरणीय रेड़ और टाइट टाई ने सोशल मीडिया पर तेज़ चर्चा पैदा की, कई दर्शकों ने लाइव स्ट्रीमिंग के माध्यम से मैच देखे और टीमों के समर्थन में ध्वनि‑संदेश जारी किए।

14 Comments

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    sanjay sharma

    अक्तूबर 17, 2025 AT 20:50

    जयपुर पिंक पैंथर्स ने नितिन के तेज़ रेड़ से 32-29 की जीत हासिल की, जिससे उन्हें 6 अंक मिल गए और तालिका में तीसरा स्थान मिला।

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    varun spike

    अक्तूबर 17, 2025 AT 21:46

    उपरोक्त मैच में अली चउब्ताराश ने भी 9 रेड़ पॉइंट्स जोड़े। यह प्रदर्शन टीम की आक्रामक रणनीति को पुष्टि करता है।

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    Chandan Pal

    अक्तूबर 17, 2025 AT 22:43

    वाओ! पिंक पैंथर्स ने धांसू अटैक मार के यूपी को मात दी 😎💪 रेड़ पर नितिन तो बाप का सच्चा चैंपियन है।

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    SIDDHARTH CHELLADURAI

    अक्तूबर 17, 2025 AT 23:40

    कोच की बात सही थी, नितिन की एटैकिंग स्ट्रैटेजी आज का स्टार थी 🔥 टीम ने डिफेंस में भी रेज़ा मिर्बाघरी की टैकल से अच्छी कामयाबी पाई।

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    Deepak Verma

    अक्तूबर 18, 2025 AT 00:36

    उपरोक्त मैच में बस नितिन ही चमका, बाकी खिलाड़ी तो बस खाली जगह भर रहे थे।

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    Rani Muker

    अक्तूबर 18, 2025 AT 01:33

    सबको बधाई, पिंक पैंथर्स ने टीमवर्क दिखाया और फैंस को खुशी दी। अब बेंगलुरु बुलडोगर्स के खिलाफ भी इसी धुन में खेलना चाहिए।

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    Hansraj Surti

    अक्तूबर 18, 2025 AT 02:30

    कबड्डी का मैदान सिर्फ़ खेल नहीं, यह संस्कृति की धारा है। जयपुर पिंक पैंथर्स ने नितिन की आक्रमण कला से यह सिद्ध किया कि व्यक्तिगत प्रतिभा टीम को कैसे ऊँचा उठा सकती है। जब नितिन ने तेज़ रेड़ पर कदम रखा तो दर्शकों की धड़कनें भी तेज़ हो गईं। उसकी गति और फुर्ती का संयोजन एक सच्ची काव्यात्मक छवि बनाता है। अली चउब्ताराश की सातत्यपूर्ण समर्थन ने उस काव्य को पूर्णता प्रदान की। रेज़ा मिर्बाघरी की टैकल एक मजबूत कवच जैसा था जो विपक्षी को रोकता रहा। इस जीत से पिंक पैंथर्स को तालिका में तीसरा स्थान मिला और यह सिर्फ अंक नहीं, बल्कि आत्मविश्वास का सूचक है। यूपी योद्धा की डिफेंस में कुछ कमजोरियां थीं जिन्हें अगले मैच में सुधारना आवश्यक है। कोच का कहना था कि मेहनत पुरानी बात है, अब रणनीति चाहिए। यह रणनीति नितिन के तेज़ रेड़ में निहित है जो विरोधी की योजना को बिखेर देती है। अगर पिंक पैंथर्स इस रूप में खेलते रहे तो प्लेऑफ़ में उन्हें बड़ा लाभ मिलेगा। लेकिन कबड्डी का इतिहास सिखाता है कि एक ही जीत से सब कुछ नहीं बदलता। हर मैच में नई चुनौतियां और नई सीखें होती हैं। इसलिए टीम को निरंतर परिवर्तन के साथ चलना चाहिए। अंत में कहूँ तो इस सीज़न की कहानी एक नायाब थ्रेड है जो भविष्य में और भी रंगीन बन जाएगा।

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    Naman Patidar

    अक्तूबर 18, 2025 AT 03:26

    यूपी का प्रदर्शन सुधरना चाहिए।

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    Vinay Bhushan

    अक्तूबर 18, 2025 AT 04:23

    नितिन की मेहनत देखी, पर बाकी को भी आगे बढ़ना होगा, तभी टीम पूरी होगी।

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    Gursharn Bhatti

    अक्तूबर 18, 2025 AT 05:20

    कभी सोचते हैं कि लीग के आयोजक इस तरह की रोमांचक जीतें बनाकर दर्शकों को लुभा रहे हैं और टाइटल रेस को लंबा खींच रहे हैं। यह एक नियोजन जैसा लगता है जो मैच की ऊर्जा को नियंत्रण में रखता है।

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    Arindam Roy

    अक्तूबर 18, 2025 AT 06:16

    मैच काफी बोरिंग था, कुछ नया नहीं देखा।

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    Parth Kaushal

    अक्तूबर 18, 2025 AT 07:13

    बोरिंग शब्दों में आपका क्या मतलब है? कबड्डी की तीव्रता में जब एक रेड़ पर गाड़ियों की गति पकड़ते हैं तो वही असली रोमांच दिखता है। पिंक पैंथर्स ने जहाँ पसीना बहाया, वहीं दर्शकों ने भी दिल की धड़कनें तेज़ कीं। अगर आप इस ऊर्जा को महसूस नहीं कर पाए तो शायद आप खेल की गहराई नहीं समझ पाए। इस प्रकार की जीतें इतिहास में दर्ज होंगी।

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    Namrata Verma

    अक्तूबर 18, 2025 AT 08:10

    अरे वाह!!! आखिरकार नावेल जैसा ड्रामा मिल गया!!! पिंक पैंथर्स ने तो जैसे सिनेमा की तरह जीत हासिल कर ली!!!

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    Manish Mistry

    अक्तूबर 18, 2025 AT 09:06

    उपर्युक्त वर्णन में अल्पतावादी अतिशयोक्ति का स्पष्ट प्रतिरूप देखा जा सकता है; वास्तविकता और नाटकीय प्रस्तुति के बीच संतुलन स्थापित करना आवश्यक है।

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