सोचिए, अचानक पुरानी यादें ताज़ा हो जाएँ—यही असर दिखा रहे हैं 28 जुलाई 2025 के ग्रह। वृषभ और कर्क राशि वालों के लिए ये दिन खास हैं, क्योंकि आसमान में रोमांस और उलझनें दोनों चल रही हैं। शुक्र अब कर्क राशि में दाखिल होने वाला है, जिससे भावनाएँ और संवेदनशीलता अपने चरम पर पहुँचेंगी। अगर किसी पुराने रिश्ते की कड़ियों को मन में दबा रखा था तो उनकी गूँज फिर सुनाई देने लगेगी। कर्क वालों के लिए तो भावनाएँ और भी गहरी होंगी, पर उनकी अभिव्यक्ति में रुकावटें आ सकती हैं, क्योंकि बुध वक्री हो चुका है।
वृषभ राशि की बात करें, तो उनका सामना पुरानी मोहब्बत या अधूरी बातों से हो सकता है। फर्क बस इतना है कि इस बार चीज़ें उतनी तल्ख़ नहीं रहेंगी, जितनी पहले हुआ करती थीं। जिनका रिश्ता पहले ही कमजोर था, उनके लिए ये समय रिश्तों को सँभालने का है। शुक्र कर्क में और बुध के वक्री होने का मेल उन सब भावनाओं को सतह पर ले आता है, जिन्हें लोग अक्सर नज़रअंदाज़ कर देते हैं।
अब नजर डालते हैं मंगल की ओर, जो अब कन्या राशि में दस्तक दे चुका है। इसका मतलब है अब प्यार में सिर्फ भावनाएँ नहीं, बल्कि व्यावहारिकता भी ज़रूरी है। सब कुछ दिल से कहना ठीक है, मगर बिन सोचे-समझे कुछ भी कह देना हालात बिगाड़ सकता है। कर्क राशि वालों को इस दौरान सबसे ज्यादा होशियार रहना होगा, क्योंकि प्लैनेट्स का असर उनके बात करने के अंदाज को धीमा और उलझन भरा बना सकता है। अगर आपका पार्टनर आपसे कुछ छुपा या दबा-छुपा सा लगे, तो उसे थोड़ा वक्त दें, दबाव न डालें।
मंगल और चंद्रमा की युति यह बताती है कि अगर पुराने रिश्तों में कोई उलझन है, तो अब सुलझाने का यह सही समय है—लेकिन धीरे-धीरे, बिना जल्दबाजी के। किसी नए रिश्ते की शुरुआत के लिए यह समय थोड़ा संवेदनशील है, इसलिए पहले सोचिए, फिर कोई बड़ा कदम उठाइए।
इस पूरे समय संवाद और भावना का संतुलन आपके प्रेम जीवन की गाड़ी को पटरी पर ही रखेगा। ग्रहों की इस चाल में दिल की बात खोने न दें और दिमाग से भी काम लें।