शेयर बाजार ने बनाए नए रिकॉर्ड: सेंसेक्स में 1,500 से अधिक अंकों की तेजी, निफ्टी 25,400 के पार; निवेशकों की संपत्ति में 6.9 लाख करोड़ रुपये का उछाल

शेयर बाजार ने बनाए नए रिकॉर्ड: सेंसेक्स में 1,500 से अधिक अंकों की तेजी, निफ्टी 25,400 के पार; निवेशकों की संपत्ति में 6.9 लाख करोड़ रुपये का उछाल

सितंबर 13, 2024 अखिलेश शर्मा

शेयर बाजार ने हासिल किया नया आयाम

गुरुवार का दिन भारतीय शेयर बाजार के इतिहास में एक महत्वपूर्ण दिन साबित हुआ। बीएसई सेंसेक्स ने 1,593 अंकों की छलांग लगाते हुए 82,500 के स्तर को पार किया, जबकि निफ्टी ने भी 330 अंकों की वृद्धि देखी और अब यह 25,400 के नए उच्चतम स्तर पर ट्रेड कर रहा है। इस पूरे दौर में विभिन्न क्षेत्रों ने भी अपनी छाप छोड़ी, खासतौर पर भारती एयरटेल, एचडीएफसी बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड, इन्फोसिस, लार्सन एंड टुब्रो, महिंद्रा एंड महिंद्रा, और आईसीआईसीआई बैंक जैसी कंपनियों ने निवेशकों को आकर्षित किया।

निवेशकों की संपत्ति में भारी वृद्धि

इस बढ़त का सबसे बड़ा फायदा निवेशकों को हुआ। बीएसई बाजार पूंजीकरण (m-cap) ने 4.85 लाख करोड़ रुपये की वृद्धि दर्ज की, जिससे इसकी प्रारंभिक गणना के मुकाबले अब यह 465.61 लाख करोड़ रुपये हो गया है। यह उछाल एक दिन पहले के 460.76 लाख करोड़ रुपये के मूल्यांकन से अधिक है। यह आंकड़े यह दर्शाते हैं कि निवेशकों के वित्तीय पोर्टफोलियो ने जबरदस्त लाभ कमाया है।

उल्लेखनीय बढ़त वालों की सूची

बाजार में उथल-पुथल के दौरान 52 सप्ताह के नए उच्च स्तर तक पहुंचने वाले 256 शेयरों की संख्या चौंकाने वाली थी। 4,024 शेयरों में से 2,294 ने बढ़त दर्ज की, जबकि 1,598 शेयरों में गिरावट आई और 132 शेयरों ने स्थिर बने रहने का फैसला किया।

विदेशी और घरेलू संस्थागत निवेशकों की भागीदारी

विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने भी अपनी मौजूदगी दर्ज कराई और पिछले सत्र में 1,755 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। यह विशेष रूप से महत्वपूर्ण इसलिए है क्योंकि यह लगातार 14वें सत्र है, जब FII कुल मिलाकर शुद्ध बिक्रेता के रूप में देखे गए हैं। इसी तरह, घरेलू संस्थागत निवेशकों (DII) ने भी 230.90 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।

उत्साह में निवेशक और उद्योगपति

उत्साह में निवेशक और उद्योगपति

इस तेजी ने न केवल निवेशकों को उत्साहित किया है बल्कि उद्योगपतियों का भी मनोबल बढ़ाया है। विशेषज्ञों का मानना है कि भारतीय शेयर बाजार की यह बढ़त कई कारकों की देन है, जिसमें वैश्विक बाजारों की मजबूती, केंद्रीय सरकार के आर्थिक सुधार और नीतिगत ठोस कदम शामिल हैं। इसके बावजूद, निवेशकों को सलाह दी जा रही है कि वह अपना पोर्टफोलियो समझदारी से मैनेज करें, क्योंकि बाजार में उतार-चढ़ाव एक सामान्य प्रक्रिया है।

आर्थिक परिदृश्य और आगे की राह

आगामी दिनों में बाजार के रुख और वैश्विक आर्थिक घटनाक्रम को देखते हुए यह देखना दिलचस्प होगा कि यह तेजी कब तक बरकरार रहती है। विशेषज्ञों का मानना है कि इसी तरह की स्थिरता बनाए रखने के लिए विभिन्न क्षेत्रों के प्रदर्शन और वैश्विक आर्थिक सुधार पर नजर बनाए रखना आवश्यक है।