IMD Weather Alert: भारी बारिश और पश्चिमी राजस्थान में हीटवेव की चेतावनी, देशभर में कैसा रहेगा मौसम

IMD Weather Alert: भारी बारिश और पश्चिमी राजस्थान में हीटवेव की चेतावनी, देशभर में कैसा रहेगा मौसम

मई 19, 2025 shivam sharma

IMD का अलर्ट: तेज बारिश से लेकर हीटवेव तक

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने जिन इलाकों के लिए ताजा एडवाइजरी जारी की है, वहां मौसम एकदम बदल गया है। पश्चिमी तट से लेकर पूर्वोत्तर तक, कई जगहों पर बेमौसम बारिश का असर दिखने लगा है, तो कुछ हिस्सों में लू की मार झेलनी पड़ रही है।

अगर आप पश्चिमी तटीय राज्यों—यानी कर्नाटक, कोकण-गोवा या केरल—में रहते हैं, तो छाता साथ रखना जरूरी है। 18 से 24 मई तक भारी से बहुत भारी बारिश और बिजली गिरने की घटनाएं यहां देखने को मिलेंगी। यह बारिश लोगों के लिए राहत तो लाएगी, लेकिन बिजली चमकने और तेज आंधी के चलते बाहर निकलने से पहले सोच लें। खेतों में काम कर रहे किसानों के लिए भी सतर्क रहने का वक्त है।

पूर्वोत्तर भारत और सब-हिमालयी इलाकों में अलग ही नजारा है। अरुणाचल प्रदेश से लेकर असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर जैसे राज्यों में, अगले 5-6 दिन तेज बारिश, गरज-चमक और आंधी का सिलसिला चलेगा। बारिश का पानी जहां एक तरफ जलस्तर बढ़ाएगा, वहीं अचानक बाढ़ और भूस्खलन का खतरा भी रहेगी। खासकर पहाड़ों वाले इलाकों के लिए ये संकेत हैं कि सतर्कता जरूरी है।

भीषण गर्मी का कहर और मानसून की चाल

भीषण गर्मी का कहर और मानसून की चाल

पश्चिम राजस्थान में मौसम के हालात ठीक उलट हैं। IMD ने हीटवेव की चेतावनी दी है, जो 18 से 22 मई तक टिके रहने की उम्मीद है। दोपहर के वक्त बाहर निकलना मुश्किल हो सकता है, और लू से बचना जरूरी है। गर्म हवाओं से जूझ रही इस जमीन पर तापमान दिन-पर-दिन बढ़ता दिख रहा है। वहीं, जम्मू-कश्मीर में 18 मई को हीटवेव का असर रहेगा, लद्दाख जैसे ठंडे इलाके में भी ऐसे हालात कम ही आते हैं।

जहां एक ओर देश के कई हिस्से मानसून का इंतजार कर रहे हैं, मौसम विभाग के मुताबिक, साउथ-वेस्ट मानसून का उत्तरी सिरा फिलहाल 19°N/97°E तक पहुंच चुका है। यानी मॉनसून लगातार आगे बढ़ रहा है, लेकिन अभी मध्य और उत्तर भारत को इंतजार करना पड़ेगा।

मानसून की इस चाल के बीच राजधानी दिल्ली में भी गर्मी कम होने का नाम नहीं ले रही। 18 मई को राजधानी ने 41.4 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान दर्ज किया। मई की शुरुआत में ही ऐसे पारे को देख दिल्लीवासी जवाब दे चुके हैं। रात का न्यूनतम तापमान 1.0 डिग्री नहीं, बल्कि किसी मापनीय त्रुटि की वजह से ऐसा दर्ज हुआ है—क्योंकि इतनी कम रात की ठंड संभव नहीं। गर्मी में दिल्ली की सड़कों, मेट्रो, और ऑफिस सभी जगहें तप रही हैं।

अगर आप इन राज्यों या शहरों में हैं, तो मौसम से जुड़े अलर्ट जरूर फॉलो करें। पश्चिमी तट और पहाड़ी इलाकों में बारिश के दौरान बाहर निकलने से बचें, और राजस्थान अथवा जम्मू-कश्मीर में हीटवेव के बीच धूप-गर्मी से सावधान रहें। बच्चों, बुजुर्गों और बीमार लोगों का खास ध्यान रखें।

7 Comments

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    Chirag Desai

    मई 21, 2025 AT 07:21

    ये बारिश तो बस बर्बादी कर रही है, बिजली गिर रही है, रास्ते बंद, और फिर भी कोई तैयारी नहीं। किसानों को तो बस अपनी फसल खोने के लिए मजबूर किया जा रहा है।

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    Hardeep Kaur

    मई 22, 2025 AT 13:29

    मैं असम से हूँ, यहां तो पिछले दो दिनों से बारिश बंद नहीं हुई। घर के आसपास भूस्खलन का खतरा है, लेकिन कोई अलर्ट नहीं मिला। लोग बस घर में बंद हैं। अगर ये बारिश और बढ़ी तो बहुत बड़ी आपदा हो सकती है।

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    Abhi Patil

    मई 24, 2025 AT 03:15

    आइए थोड़ा वैज्ञानिक दृष्टिकोण से देखें - यह विषम मौसमी पैटर्न वास्तव में जलवायु परिवर्तन के अंतर्गत उत्पन्न होने वाले टर्बुलेंट एनर्जी ट्रांसफर प्रोसेसेस का परिणाम है, जिसमें उष्णकटिबंधीय अवधि के अतिरिक्त ऊर्जा निकास और समुद्री तापमान विचलन का संयोजन एक अत्यधिक अस्थिर एटमॉस्फेरिक सिस्टम का निर्माण करता है। अतः, यह केवल एक अस्थायी घटना नहीं, बल्कि एक नए जलवायु नॉर्म की शुरुआत है।

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    Prerna Darda

    मई 25, 2025 AT 12:58

    मौसम के इस अनियमित व्यवहार को देखकर लगता है कि हमने प्रकृति के साथ अपना सामंजस्य खो दिया है। हमने विकास के नाम पर जंगल काटे, नदियों को बंद किया, और अब प्रकृति हमें उसी तरह जवाब दे रही है - बारिश से नहीं, बल्कि जलवायु के अंतर्गत अस्तित्व के लिए लड़ने के लिए। ये चेतावनी है, न कि बस एक अलर्ट।

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    Hitendra Singh Kushwah

    मई 27, 2025 AT 01:03

    मैंने अपने दोस्त को राजस्थान में फोन किया - वो बोला, 'बाहर निकलना तो बर्बादी है, गर्मी इतनी है कि चश्मा पिघल रहा है।' अगर ये तापमान आगे बढ़ा, तो लोगों को घरों में रहना पड़ेगा। बिना AC के जिंदगी अब असंभव हो गई है।

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    rohit majji

    मई 28, 2025 AT 11:16

    ये हीटवेव तो बस बदतर होता ja raha hai... koi bhi thanda pani nahi mil raha, aur yeh IMD ka alert to bas paper pe hi rehta hai. Kisi ne koi action liya? Nahi. Bas warning di, aur chale gaye.

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    Devi Rahmawati

    मई 29, 2025 AT 04:51

    इस अलर्ट के बाद, जिन लोगों को बच्चे, बुजुर्ग या रोगी परिवार के सदस्य हैं, उन्हें विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। यह जानकारी अत्यंत महत्वपूर्ण है, और सरकार को इसे स्थानीय स्तर पर विस्तार से समझाना चाहिए - जैसे गांवों में सुनावट, स्कूलों में जागरूकता कार्यक्रम, और आपातकालीन स्वास्थ्य टीमों की तैनाती।

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