जब हर्मनप्रीत कौर, भारत की महिला क्रिकेट टीम की कप्तान ने 21 अक्टूबर 2025 को रात 10:53 बजे हीँ के बाद भी पहले से तैयार नेट्स सत्र को जारी रखने की कोशिश की, तभी अनपेक्षित तेज़ बारिश ने सब कुछ धुंधला कर दिया। विश्व कप 2025 के ‘वर्चुअल क्वार्टरफ़ाइनल’ को लेकर भारत‑न्यूज़ीलैंड टक्कर को लेकर तनावरहित टेंशन भरा माहौल था, पर इस बारिश ने दोनों टीमों की तैयारी को एकदम ठंडा कर दिया।
नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में इंटेंसिटी 80 mm/घंटा के साथ धारा से बौछारें हुईं, जिससे पिच और आउटफ़ील्ड दोनों गीले हो गए। प्रशिक्षक अमोल मुजुमदार, ने तुरंत घोषणा की कि आगे की कोई नेट्स सत्र नहीं होगी, और खिलाड़ियों को सुरक्षा कारणों से स्टेडियम से बाहर निकाल दिया गया। न्यूज़ीलैंड की टीम, जिसके कप्तान सोफी डिविन हैं, ने अपने दो निकटवर्ती मैदानों – मुख्य ग्राउंड और विश्वविद्यालय ग्राउंड – पर एक छोटे‑से सत्र को जारी रखने में सफल रही।
भारत इस मैच से पहले तालिका में चौथे स्थान पर चालीस में से पाँच मैचों में चार अंक लेकर खड़ा है। पिछले तीन मैचों में लगातार हार (ऑस्ट्रेलिया, साउथ अफ़्रीका, इंग्लैंड) ने टीम को सेमीफ़ाइनल की राह से दूर कर दिया था। वहीं न्यूज़ीलैंड पाँचवें स्थान पर बराबर चार अंक के साथ है, पर उनका नेट रन‑रेट नकारात्मक है, क्योंकि दो मैचों को कोलंबो में बारिश ने रद्द कर दिया था। इस ‘डू‑ऑर‑डाइव’ टकराव का विजेता लगभग निश्चित रूप से आखिरी सेमीफ़ाइनल स्थान सुरक्षित करेगा; बाकी तीन टीमें (ऑस्ट्रेलिया, साउथ अफ़्रीका, इंग्लैंड) पहले ही क्वालिफ़ाई कर चुकी हैं।
हर्मनप्रीत कौर ने 19 अक्टूबर के इंग्लैंड के खिलाफ 42/2 की स्थिति में अपना ‘ध्यान‑ध्यान’ रिवाज़ दोहराया – आँखें बंद, चेहरा बेहावभाव। इसके बाद उन्होंने 70 रन की तेज़ पेसिंग रन‑ए‑बॉल दिखा दी। दूसरी ओर, सोफी डिविन ने पाँच मैचों में 260 रन बनाए हैं, जिनमें एक शतक और दो फिफ्टी शामिल हैं, जिससे वह टॉर्नामेंट की तीसरी सबसे ज्यादा स्कोर करने वाली खिलाड़ी बन गई हैं। अन्य प्रमुख नामों में भारत की स्मृति मंदाना, जेमिमा रोड्रिगेज, डीपी शर्मा, और न्यूज़ीलैंड की सुझे बेट्स, एमीली कर्क, और लेटा हू शामिल हैं।
अमोल मुजुमदार पर दबाव बढ़ गया है। दो शुरुआती जीत के बाद तीन लगातार हार, और अब ‘टिक-टैक‑टो’ जैसा सिचुएशन – जीत के बाद सीधा क्वालिफ़िकेशन, हार के बाद जटिल गणितीय रास्ता – कोच को रणनीतिक बदलाव की मांग कर रहा है। उन्होंने बताया, “हम बैटिंग के दबाव को कम करने के लिए पहले पिच की जाँच कर रहे हैं और बॉलर्स को विभिन्न लम्बे रेंज में चलाने की कोशिश करेंगे।” साथ ही, टीम के फील्डिंग में सुधार और मध्य‑ओवर की स्थिरता को लेकर विशेष सत्रों की योजना बनाई गई है।
अगर भारत जीतता है, तो वह सीधे सेमीफ़ाइनल में जगह बना लेगा, और बांग्लादेश के खिलाफ अंतिम ग्रुप मैच को आराम से खेल सकेगा। यदि हार जाता है, तो भारत की जगह सुरक्षित करने के लिए दो चीज़ें होनी चाहिए: इंग्लैंड को न्यूज़ीलैंड के खिलाफ जीत और फिर बांग्लादेश के खिलाफ जीत। दूसरी ओर, न्यूज़ीलैंड के लिए यह जीत उनके टूर्नामेंट यात्रा को ‘सिर्फ़ एक कदम’ आगे ले जाएगी, क्योंकि उनका नेट रन‑रेट सुधरेगा और वे सीधे राउंड‑रोबिन में एक मजबूत स्थिति बना पाएँगे।
इंटरनॅशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) के अनुसार, ICC Women’s World Cup 2025भारत का टॉर्नामेंट सात टीमों के बीच चल रहा है। मौसम विभाग ने 22 अक्टूबर को थोड़ी रुकावट की संभावना जताई है, जिससे भारत की आखिरी नेट्स सत्र शाम 3:00 PM IST पर आयोजित हो सकेगा। इस सत्र के बाद टीम को 23 अक्टूबर को दोपहर 1:30 PM IST से डाईवाई पाटिल स्टेडियम में मैच के लिए तैयार होना होगा। नियुक्त उम्पायर्स नाइजल लोंग (इंग्लैंड) और क्लेयर पोलोसाक (ऑस्ट्रेलिया) हैं, और ICC मैच रेफ़री डेविड बून (ऑस्ट्रेलिया) इस खेल की देखरेख करेंगे।
यदि भारत जीतता है, तो वह सीधे चौथे और आखिरी सेमीफ़ाइनल स्थान को सुरक्षित करेगा, जिससे बांग्लादेश के खिलाफ अंतिम ग्रुप मैच को तनाव‑मुक्त खेला जा सकेगा। इससे भारत की फ़ॉर्म में काफी भरोसा आएगा और कोच को रणनीति में बड़े बदलाव की ज़रूरत नहीं पड़ेगी।
ट्रेनिंग सत्र रद्द होने से बैटरों को अपने शॉट्स को रिफ़ाइन करने का मौका नहीं मिला, जबकि बॉलर्स को पिच के एक्सट्रीम गीले होने की स्थिति में एडेप्ट होना पड़ा। कोच अमोल मुजुमदार ने बताया कि वे वैकल्पिक सिम्यूलेशन सत्रों के जरिए तकनीकी मुद्दों को हल करेंगे।
सोफी डिविन की पावरहाउस इन्फॉर्मेशन के अनुसार, न्यूज़ीलैंड अपनी बॉलिंग को तेज़ स्पिन और लो-एरिया पेसिंग पर केंद्रित करेगी, ताकि भारत की मध्य‑ओवर की गिरावट को रोका जा सके। उनका लक्ष्य डिफ़ेन्सिव फ़ील्डिंग के साथ रनों को कम करना है।
हर्मनप्रीत कौर और सोफी डिविन दोनों की पिच पर आसान स्कोरिंग क्षमता ही टीम की जीत का मुख्य कारक मानी जा रही है। दोनों खिलाड़ियों की व्यक्तिगत शॉट‑सेलेक्शन और रन‑राइटिंग को देखना रोमांचक रहेगा।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, 22 अक्टूबर को हल्की धूप होगी और पिच पर थोड़ा डाइंग कंडिशन रहेगा। इससे तेज़ बॉलर्स को थोड़ा फ़ायदा मिल सकता है, जबकि स्पिनर्स को ग्रिप में थोड़ा असुविधा हो सकती है।
Rohan singh
अक्तूबर 26, 2025 AT 00:39ये बारिश तो भारत के लिए बरस रही है ना, लेकिन टीम को अभी तक बारिश के बाद भी जीतने की ताकत नहीं मिली। अगर हर्मनप्रीत अपनी आँखें बंद करके बल्लेबाजी नहीं करती, तो शायद अब तक 3 जीत हो चुकी होती।
VIKASH KUMAR
अक्तूबर 27, 2025 AT 06:07ये बारिश ने तो बस भारत के दिमाग को भी गीला कर दिया 😭 अमोल कोच ने तो बस ट्रेनिंग रद्द कर दी, अगर वो खिलाड़ियों को बरसात में बैटिंग करवाते तो अब तक सेमीफाइनल का टिकट बुक हो चुका होता! ये टीम तो बारिश से डरती है, न कि ऑस्ट्रेलिया से 🤦♂️
Rutuja Ghule
अक्तूबर 29, 2025 AT 03:31यहाँ तक कि बारिश के बाद भी टीम का नेट रन रेट नकारात्मक है, ये बताता है कि उनकी बैटिंग नहीं, बल्कि उनकी सोच गीली है। बारिश ने टीम को नहीं, उनकी आत्मविश्वास को डुबो दिया। ये बारिश तो एक अच्छा बहाना है, न कि एक वास्तविक बाधा।
Abhijit Padhye
अक्तूबर 30, 2025 AT 21:57इस टूर्नामेंट का सच ये है कि भारत की टीम का दिमाग अभी भी 2017 के स्तर पर है। बारिश हो या न हो, जब तक हम अपनी बैटिंग ऑर्डर और माइंडसेट नहीं बदलेंगे, तब तक सेमीफाइनल बस एक बातचीत का विषय रहेगा। न्यूज़ीलैंड ने बारिश में भी ट्रेनिंग की, हमने बस बरसात को अपनी हार का कारण बना लिया। ये खेल नहीं, ये आत्मचिंतन का खेल है।
Karan Chadda
नवंबर 1, 2025 AT 00:06अगर भारत जीत गया तो अब लोग कहेंगे कि हर्मनप्रीत ने अपनी आँखें बंद करके जीत दिलाई 😤 अगर हार गए तो बारिश को दोष देंगे। ये टीम तो हर बार बाहरी कारण ढूंढती है, अपने अंदर की कमजोरी नहीं देखती। जय हिंद 🇮🇳
Shivani Sinha
नवंबर 2, 2025 AT 09:05बारिश ने ट्रेनिंग रद्द की लेकिन भारत के दिमाग की ट्रेनिंग तो पहले से ही रद्द हो चुकी थी 😅 जब तक हम अपने बल्लेबाजों को बैट नहीं बदलेंगे, तब तक बारिश भी नहीं बचाएगी। अब तो बस बांग्लादेश के खिलाफ जीतना है और भूल जाना है कि हम क्या खेल रहे हैं।
Tarun Gurung
नवंबर 4, 2025 AT 05:43अगर न्यूज़ीलैंड ने बारिश में भी ट्रेनिंग की तो ये बताता है कि उनकी टीम का दिमाग बारिश से बेहतर तरीके से निपट रहा है। हमारी टीम को अब बारिश के बाद भी नेट्स चलाने की जरूरत है, न कि बस अंदर बैठकर दुखी होने की। हर्मनप्रीत की आँखें बंद करने की आदत नहीं, बल्कि उनकी बैटिंग की स्ट्रैटेजी बदलनी होगी। इस टीम को अभी तक जीतने की जगह, बचने की सोच चल रही है।
nasser moafi
नवंबर 4, 2025 AT 06:23अमोल कोच का बोलना है कि वो पिच की जांच कर रहे हैं... लेकिन क्या वो अपनी टीम के दिमाग की जांच भी कर रहे हैं? 😅 भारत की टीम को अब बारिश से नहीं, अपनी खुद की आदतों से बचना होगा। न्यूज़ीलैंड ने बारिश में भी बॉलिंग की, हमने बस छत के नीचे बैठकर गुस्सा किया। अब तो बस जीत जाओ, और बाद में बारिश के बारे में बात करना। 🤷♂️
Saravanan Thirumoorthy
नवंबर 4, 2025 AT 08:02हर्मनप्रीत की आँखें बंद हैं और टीम का दिमाग भी बंद है बस बारिश का बहाना बना रहे हो
UMESH ANAND
नवंबर 5, 2025 AT 21:04इस टूर्नामेंट में भारत की टीम द्वारा दिखाए गए व्यवहार को नियमित रूप से खेल के आध्यात्मिक और व्यावहारिक मानकों के आधार पर आलोचना की जानी चाहिए। बारिश एक प्राकृतिक घटना है, लेकिन टीम की अक्षमता एक संगठित विफलता है। यह एक ऐसा उदाहरण है जिसमें व्यक्तिगत उत्तरदायित्व का अभाव स्पष्ट रूप से दिखता है।
vamsi Pandala
नवंबर 7, 2025 AT 10:55अमोल कोच ने ट्रेनिंग रद्द कर दी... लेकिन अगर वो अपने दिमाग को भी रद्द कर देते तो शायद टीम बेहतर खेलती 😏