उत्तराखंड में वक्त से पहले मानसूनी हलचल
उत्तराखंड के कई हिस्सों में इन दिनों मौसम तेजी से करवट बदल रहा है। अभी आधिकारिक तौर पर मानसून की शुरुआत का समय नहीं आया, लेकिन बादल लगातार सक्रिय हैं और कई जगह हल्की-तेज बारिश हो रही है। भारतीय मौसम विभाग ने छह जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी कर दिया है। इसका मतलब है कि इन जिलों में कहीं-कहीं तेज बारिश के साथ गरज-चमक की भी आशंका है। राज्य के पहाड़ी इलाकों में हालात कुछ ज्यादा चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं, क्योंकि पहले से भूस्खलन और अचानक बाढ़ जैसे खतरे मौजूद रहते हैं।
उत्तरकाशी, टिहरी, रुद्रप्रयाग, चंपावत, नैनीताल और पिथौरागढ़ जिलों की बात करें, तो इन इलाकों में बीते कुछ दिनों से मौसम लगातार गड़बड़ है। बादल घिर आते हैं, कभी अचानक तेज हवा चलने लगती है, और कहीं-कहीं पर खासी बारिश भी हो रही है। इन संकेतों से लग रहा कि मानसून उत्तराखंड की तरफ वक्त से पहले कदम बढ़ा सकता है। मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले दिनों में भी कमजोर-तेज बारिश का सिलसिला जारी रहने वाला है। ये बारिश जून के दूसरे से तीसरे हफ्ते के बीच और बढ़ सकती है।
स्थानीय प्रशासन की तैयारियां और आम लोगों के लिए सलाह
सरकार और प्रशासन ने हालात को देखते हुए लोगों को सजग रहने के निर्देश दिए हैं। खासतौर पर उन लोगों को, जो पहाड़ी इलाकों में रहते हैं या फिर जरूरी काम से रोजाना आना-जाना करते हैं। सड़कों पर भूस्खलन की आशंका बनी हुई है, जिससे सफर बीच में ही रुक सकता है या फिर वाहनों को डायवर्ट किया जा सकता है। ट्रैवल करने वालों को कहा गया है कि मौसम अपडेट लगातार चेक करें और खराब मौसम में गैरजरूरी सफर टालें। ग्रामीण इलाकों में छोटे नालों और नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ सकता है, जिससे अचानक की बाढ़ का खतरा रहता है।
स्थानीय प्रशासन स्कूलों, बाजारों और सार्वजनिक जगहों पर अलर्ट मोड में है। जरूरत पड़ी तो राहत-बचाव टीमों को भी चौकस किया गया है। फिलहाल, हालात पूरी तरह नियंत्रण में हैं, लेकिन किसी भी आपात परिस्थिति से निपटने के लिए जिलेवार कंट्रोल रूम और हेल्पलाइन नंबर भी चालू किए गए हैं।
मौसम विभाग के अनुसार, इस बार मानसून के दौरान बारिश का पैटर्न पिछले वर्षों जैसा ही रहने वाला है, यानी जून के मध्य या आखिरी हफ्ते में भारी बारिश के सबसे ज्यादा मौके हैं। इस वजह से सभी को थोड़ी ज्यादा सतर्कता बरतने की जरूरत है। आपातकालीन किट, मोबाइल चार्जर, जरूरी दवाइयां और खाने-पीने की चीजें घर में तैयार रखें। पहाड़ी रास्तों पर चलने वालों को पत्थर गिरने का भी ध्यान रखना होगा।
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जून 16, 2025 AT 21:53Chirag Desai
जून 17, 2025 AT 07:10Uday Teki
जून 18, 2025 AT 20:55VIKASH KUMAR
जून 19, 2025 AT 11:48Ashwin Agrawal
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