जब रॉस टेलर, पूर्व न्यूज़ीलैंड कप्तान ने 41 वर्ष की उम्र में अपने सेवानिवृत्ति को पीछे छोड़ कर सामोआ की राष्ट्रीय टीम के लिए खेलने का फैसला किया, तो यह खबर क्रिकेट प्रशंसकों के बीच हलचल मचा दी। टेलर का यह कदम अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) के नियमों के तहत तीन‑साल की प्रतीक्षा अवधि पूरी होने के बाद संभव हुआ, और अब वह एशिया‑इस्ट एशिया‑पैसिफिक T20 विश्व कप 2026 क्वालीफायर में मसकट, ओमान में शुरू होने वाले टूर्नामेंट में सामोआ को समर्थन देंगे।
रॉस टेलर का जन्म 8 मार्च 1984 को लोअर हट्ट, न्यूज़ीलैंड में हुआ था और उन्होंने 2006 से 2022 तक न्यूज़ीलैंड के लिए 112 टेस्ट, 236 ODI और 102 T20I मैच खेले। कुल 450 अंतरराष्ट्रीय मैचों में उन्होंने 7,683 रन बनाकर न्यूज़ीलैंड के टेस्ट इतिहास में दूसरे स्थान पर स्थान सुरक्षित किया, केवल केन विलियमसन के पीछे। अप्रैल 2022 में वह आधिकारिक तौर पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था, लेकिन अपनी मातृ पंक्ति के कारण उन्हें सामोआ का पासपोर्ट मिला, जिससे वह सामोआ क्रिकेट एसोसिएशन के लिए खेलने योग्य हो गए।
सितंबर 5, 2024 को टेलर ने अपने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट में लिखा: "यह आधिकारिक है। मैं गर्व से नीला जर्सी पहनकर सामोआ का प्रतिनिधित्व करूँगा। यह सिर्फ खेल में वापसी नहीं, मेरे गांव, संस्कृति और परिवार की पहचान है।" एक दिन बाद, यानी 6 सितंबर, 2024 को सामोआ क्रिकेट एसोसिएशन ने अपनी 15‑खिलाड़ी वाली क्वालीफायर टीम का नाम सार्वजनिक किया। इस सूची में कप्तान कैलेब जास्मट के साथ टेलर, डैरीस विसर, शॉन सोलिया, डैनियल बर्गेस आदि शामिल थे। टेलर ने अपने बयान में कहा, "मैं अपने गांव और संस्कृति का मान बढ़ाने के लिए इस अवसर को लेकर बहुत उत्साहित हूँ और अपनी अनुभव को टीम के साथ साझा करना चाहता हूँ।"
क्वालीफायर 8 अक्टूबर, 2024 को मसकट, ओमान में शुरू हुआ। टेलर ने पहला मैच जापान के खिलाफ खेला, लेकिन रिपोर्टों के हिसाब से वह दोनो मौकों पर “फ़्लॉप” कर गया। नवभारत टाइम्स के 9 अक्टूबर, 2024 के लेख में बताया गया कि टेलर ने जापान और मलेशिया दोनों टीमों के खिलाफ कम स्कोर बना कर निराशा जताई। यह बात कई दर्शकों को आश्चर्यचकित कर गई, क्योंकि टेलर ने अपनी पूरी करियर में कभी भी इस तरह की लगातार गिरावट नहीं देखी थी। फिर भी, सामोआ को अब भी दो जीत की जरूरत है, जिससे वे क्वालीफायर के शीर्ष दो स्थान में पहुँच सकें।
क्रिकेट विश्लेषक रहिम ओबायड ने कहा, "टेलर का अनुभव सामोआ के युवा खिलाड़ियों के लिए अमूल्य है, लेकिन उम्र के साथ फिटनेस और फॉर्म में गिरावट स्वाभाविक है। हमें यह देखना होगा कि वह बंधे रहने की क्षमता रखता है या नहीं।" दूसरी ओर, डॉ. शरद रॉय, एक खेल चिकित्सक, ने बताया कि 41 साल की उम्र में तेज़ गति वाले T20 फॉर्मेट में पुनः प्रवेश करना शारीरिक रूप से चुनौतीपूर्ण हो सकता है, खासकर ओमान की गरमी और आर्द्रता को देखते हुए। फिर भी, टेलर ने अपने प्रशिक्षण कार्यक्रम में नई डाएट और मूलभूत फिटनेस रूटीन शामिल करने पर ज़ोर दिया है, जिससे वह अगले मैचों में बेहतर प्रदर्शन कर सके।
सामोआ के कोच ने कहा है कि टेलर की बैटिंग तकनीक को टीम की रणनीति में समाहित किया जाएगा, ताकि वह अपनी ताकत—जैसे लंबी दूरी की शॉट्स और पिच को पढ़ने की क्षमता—को अधिकतम उपयोग कर सके। अगर सामोआ क्वालीफायर स्टेज में सफलता पाता है, तो वह 2026 के T20 विश्व कप में पहली बार अपने राष्ट्र का प्रतिनिधित्व कर पाएगा। यह न केवल सामोआ के क्रिकेट इतिहास में एक मील का पत्थर होगा, बल्कि टेलर के लिए भी एक व्यक्तिगत संतुष्टि होगी, क्योंकि उन्होंने अपने सांस्कृतिक जड़ें फिर से अपनाई हैं।
टेलर का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर व्यापक अनुभव सामोआ जैसी उभरती टीम को तकनीकी और मानसिक मजबूती देता है। उनका चयन स्थानीय खिलाड़ियों को बड़े मंच पर खुद को साबित करने के लिए प्रेरित करता है, और क्वालीफायर में जीत की संभावनाओं को भी बढ़ाता है।
ICC ने निर्धारित किया है कि एक खिलाड़ी को दूसरे सदस्य राष्ट्र के लिए खेलने से पहले कम से कम तीन साल का कूलिंग‑ऑफ़ अवधि पूरा करना चाहिए। टेलर ने अपना आखिरी न्यूज़ीलैंड मैच अप्रैल 2022 में खेला; इसलिए वह सितंबर 2024 में सामोआ के लिए योग्य हो गया।
मसकट का गरम और हल्का धूलभरा मैदान युवा टीमों के लिए चुनौतिपूर्ण रहा। तेज़ पिच ने बॉलर को गति देने में मदद की, जबकि बैट्समैन को लगातार फील्डिंग का सामना करना पड़ा, जिससे टेलर जैसे अनुभवी खिलाड़ी की भी कठिनाई बढ़ गई।
यदि टेलर अपनी फॉर्म में सुधार करते हैं, तो वह एक मध्यस्थ बॉल वाले अथवा अनुभवसाथी बॉलर के रूप में टीम को समर्थन देंगे। उसकी दिशा-निर्देशन भूमिका भी होगी, जिससे युवा खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर की रणनीति सीख सकें।
सामोआ को 2026 के T20 विश्व कप में जगह पाने के लिए एशिया‑ईएपी क्वालीफायर में शीर्ष दो स्थान हासिल करने होंगे। क्वालीफायर सफलतापूर्वक पूरा करने पर वे विश्व कप के मुख्य कार्यक्रम में सीधे प्रवेश करेंगे।
Hitesh Soni
अक्तूबर 8, 2025 AT 23:40रॉस टेलर ने सेवानिवृत्ति के अनुबंध को तोड़ कर पुनः खेलने का निर्णय लिया, यह क्रीड़ा शास्त्र में निहित नियमों के विरुद्ध एक असंगत कदम प्रतीत होता है। क्रिकेट इतिहास के प्राचीन ग्रंथों में ऐसे उदाहरण दुर्लभ हैं, अतः इस पुनर्जागरण को संपूर्ण विश्लेषण की आवश्यकता है।
rajeev singh
अक्तूबर 9, 2025 AT 01:03रॉस टेलर का सामोआ की राष्ट्रीय टीम में समावेश सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि सांस्कृतिक पुन:संयोजन का प्रतीक है; यह कदम हमारे लिये विविधता और जड़ों के सम्मान को सुदृढ़ करता है।
ANIKET PADVAL
अक्तूबर 9, 2025 AT 02:27विश्व क्रिकेट के धनी इतिहास को देखते हुए, हर खिलाड़ी को अपने कर्तव्य के प्रति अटल निष्ठा दिखानी चाहिए; टेलर का इस उम्र में घास पर कदम रखना एक निष्कर्षात्मक त्रुटि प्रतीत होती है, क्योंकि वह युवा प्रतिभाओं को अनुचित लाभ दे रहा है और स्वदेशी टीमों के विकास को बाधित कर रहा है। यह न केवल व्यक्तिगत महत्त्वाकांक्षा है, बल्कि राष्ट्रीय भावना की ही उपेक्षा है, जो हमारे खेल की आत्मा को क्षति पहुंचा सकती है।