महिला प्रीमियर लीग (WPL 2025) में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की कप्तान स्मृति मंधाना के लिए यह सीजन पिछली बार की खुशी लेकर नहीं आया। 2024 की चैंपियन टीम के बतौर मैदान में उतरी RCB की शुरुआत तो जबरदस्त रही, मगर बीच के मैचों में टीम की लय टूट गई। स्मृति ने खुलकर कहा कि टीम ने सीजन के बीच में फोकस खो दिया और इसी वजह से प्लेऑफ से बाहर होना पड़ा।
सीजन की शुरुआत में RCB का प्रदर्शन वैसा ही रहा जैसे चैंपियन टीम का होता है। पर जैसे ही टूर्नामेंट आगे बढ़ा, दिल्ली कैपिटल्स और मुंबई इंडियंस जैसी बड़ी टीमों के खिलाफ लगातार हार मिली। स्मृति के मुताबिक इन बड़े मुकाबलों में हार ने टीम का आत्मविश्वास हिला दिया। सबसे अहम बात, टीम एकजुटता के बजाय व्यक्तिगत दम पर खेलती रही। कोई-कोई मैच में स्मृति खुद या किसी एक खिलाड़ी ने अच्छा खेल दिया, लेकिन बाकी खिलाड़ी साथ नहीं दे सके।
स्मृति मानती हैं कि कुछ खिलाड़ियों का चमकना टीम को आगे नहीं ले जा सकता, जब तक पूरी टीम मिलकर प्रदर्शन न करे। RCB पूरे सीजन एक ऐसे फॉर्म में नहीं आ सकी जिसमें गेंदबाज और बल्लेबाज़, दोनों डिपार्टमेंट एक साथ चले। आंकड़ें बताने लगे कि RCB का पॉइंट्स टेबल पर फिसलना तय हो गया है। बेंगलुरु की कप्तान मानती हैं कि सिर्फ खुद पर या किसी दूसरे स्टार प्लेयर की फॉर्म पर निर्भर रहना भारी पड़ गया।
कई बार मैच की अहम घड़ियों में टीम के फैसले ग़लत दिशा में चले गए। जैसे कि दिल्ली के खिलाफ बड़े रन चेस में बैटिंग ऑर्डर में फेरबदल या मुंबई इंडियंस के खिलाफ आखिरी ओवर में स्पिनर को थमा देना। छोटे-छोटे फैसलों ने मिलकर पूरे सीजन का समीकरण बदल डाला।
पिछले साल खिताब जीतने की खुशी से टीम इस बार उबर नहीं पाई और प्रेशर हर मुकाबले में दिखने लगा। मंधाना ने साफ कहा कि हर मैच को नए सिरे से खेलने के जज्बे की जगह, टीम हालिया जीत-हार के दबाव से जूझती रही।
सीजन की समाप्ति पर RCB पॉइंट्स टेबल में प्लेऑफ से बाहर हो गई। फैन्स के लिए ये किसी झटके से कम नहीं था, क्योंकि सभी को पिछले साल के दोहराव का इंतजार था। स्मृति मंधाना अब अगली सीजन की तैयारी में सिर्फ इंडिविजुअल स्टार्स नहीं बल्कि पूरी टीम को एकजुट करने पर फोकस करने की बात कह रही हैं। महिला प्रीमियर लीग के ताजा माहौल में यही सबसे बड़ी चुनौती बन चुका है।