जब टाटा कैपिटल लिमिटेड ने अपने 2025 के सबसे बड़े IPO में से एक शुरू किया, भारत के निवेशकों का ध्यान तुरंत इस ओर मुड़ा। यह इश्यू ₹15,512 करोड़ की कुल वैल्यू के साथ 6 अक्टूबर को शुरू होकर 8 अक्टूबर को बंद होगा।
पहली बार इस इवेंट को उजागर करते हुए, टाटा कैपिटल IPOमुंबई में 475,824,280 इक्विटी शेयरों की पेशकश की गई। इन शेयरों में 210 मिलियन नया इश्यू (₹6,846 करोड़) और 265.8 मिलियन ऑफर‑फॉर‑सेल (OFS) (₹8,666 करोड़) शामिल हैं।
शेयरों की कीमत ₹310 से ₹326 के बैंड में तय की गई। न्यूनतम बोली 46 शेयरों की थी, उसके बाद हर बिड 46 शेयरों के मल्टिपल में किया जाना था। दो दिन बाद, ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) केवल ₹7.5, यानी इश्यू प्राइस के लगभग 3% ऊपर, दिखा – इससे अनुमानित लिस्टिंग प्राइस ₹333.5 के आसपास रह सकता है।
विक्रेता पक्ष में प्रमुख हैं टाटा सोंस प्राइवेट लिमिटेड, जो कंपनी में 95.6% हिस्सेदारी रखता है और अधिकतम 230 मिलियन शेयर बेच रहा है। दूसरा बड़ा विक्रेता इंटरनेशनल फाइनेंस कॉरपोरेशन (IFC) है, जो 35.8 मिलियन शेयर ऑफर‑फॉर‑सेल में लेकर आया है।
आईपीओ की एंकर बिडिंग में 3 अक्टूबर को 135 एंकर निवेशकों से कुल ₹46.42 अरब जुटाए गए। प्रमुख संस्थागत भागीदारों में लाईफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (LIC), ICICI प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड और गोल्डमैन सैक्स शामिल हैं। इनकी भरोसेमंद बैकिंग से IPO को शुरुआती भरोसा मिला।
दूसरे दिन के अंत तक, कुल 24,96,33,260 शेयरों पर बिड मिली, जबकि कुल उपलब्ध शेयर 33,34,36,996 थे, जिससे 75% सब्सक्रिप्शन रेट आया। रिटेल निवेशकों को न्यूनतम ₹14,996 (ऊपरी बैंड पर) निवेश करना पड़ता है, जबकि छोटे गैर‑संस्थागत निवेशकों (sNII) को 14 लॉट्स (644 शेयर) के लिए ₹2,09,944 और बड़े गैर‑संस्थागत निवेशकों (bNII) को 67 लॉट्स (3,082 शेयर) के लिए ₹10,04,732 निवेश करना होता है।
मेहता इक्विटीज के सीनियर वी.पी. (रिसर्च) प्रशनथ टॅस्पे ने कहा, "बाजार की मौजूदा भावना को देखते हुए, टाटा कैपिटल ने IPO को उद्योग औसत से थोड़ा नीचे रखकर सटीक मूल्य निर्धारित किया है, जिससे लिस्टिंग पर पर्याप्त हेडरूम मिलती है।" उनकी टिप्पणी के साथ कई विश्लेषकों का मानना है कि मूल्य निर्धारण लंबी अवधि के निवेशकों के लिए आकर्षक रहेगा।
इंटरेस्टेड निवेशक ऑनलाइन ASBA या UPI के ज़रिए एप्लिकेशन कर सकते हैं। सभी बिड्स केवल इलेक्ट्रॉनिक मोड में स्वीकार किए जाएंगे। allotment की अंतिम प्रक्रिया 9 अक्टूबर को तय होगी, और शेयर 10 अक्टूबर तक डिमैट अकाउंट में क्रेडिट हो जाएंगे। IPO बेंगलुरु स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) दोनों पर लिस्ट होने की उम्मीद है, जिससे देशभर के ट्रेडर्स को आसानी होगी।
यदि लिस्टिंग के बाद शेयर कीमत IPO प्राइस से 5‑6% ऊपर खुलती है, तो टाटा कैपिटल को वित्तीय सेवाओं के क्षेत्र में नई पूंजी मिल जाएगी, जिससे मौजूदा ऋण पोर्टफोलियो का पुनर्संयोजन और नया डिजिटल लॉन्च संभव हो पाएगा। साथ ही, टाटा समूह की शक्ति और IFC की अंतरराष्ट्रीय जुड़ाव इस इश्यू को एक विश्वसनीय निवेश अवसर बना रहा है।
रिटेल निवेशक, छोटे और बड़े गैर‑संस्थागत निवेशक, साथ ही संस्थागत फंड इस IPO को आकर्षक पाएंगे क्योंकि कीमत उद्योग औसत से नीचे रखी गई है और ग्रे मार्केट प्रीमियम कम है, जिससे संभावित लिस्टिंग उछाल बेहतर रहता है।
GMP निवेशकों को इश्यू प्राइस के ऊपर या नीचे की संभावित ट्रेडिंग लाभ का अंदाज़ा देता है। टाटा कैपिटल के GMP का सिर्फ 3% रहना दर्शाता है कि बाजार में अभी तक बड़ी उत्सुकता या असंतोष नहीं है, जिससे IPO की स्थिरता का संकेत मिलता है।
टाटा सोंस प्राइवेट लिमिटेड लगभग 230 मिलियन शेयर बेच रहा है, जो इश्यू के कुल ऑफर‑फॉर‑सेल का बड़ा हिस्सा है। यह कदम समूह को अतिरिक्त तरलता प्रदान करेगा और साथ ही बाजार में नई संस्थागत भागीदारी को भी आमंत्रित करेगा।
LIC, ICICI प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड और गोल्डमैन सैक्स जैसे बड़े नाम एंकर बिड में शामिल रहे, जिससे IPO को शुरुआती भरोसा मिला और कुल जमा ₹46.42 अरब की मजबूती बनी।
विश्लेषकों का मानना है कि लिस्टिंग पर शेयर कीमत IPO प्राइस के 5‑6% ऊपर खुल सकती है, यानी लगभग ₹340‑₹345 के रेंज में। यह अनुमान ग्रे मार्केट प्रीमियम और संस्थागत खरीदारी के आधार पर लगाया गया है।
gouri panda
अक्तूबर 7, 2025 AT 21:39अरे यार, टाटा कैपिटल का IPO देख कर दिल धड़के बिना नहीं रह सकता! 15,512 करोड़ का इश्यू तो जैसे वित्तीय मेला में नया झंडा गड़ाया हो. ग्रे मार्केट प्रीमियम बस 3% – मतलब बाजार में भी बड़ा आश्चर्य नहीं, लेकिन फिर भी ट्रेडरों की धड़ाम से उम्मीदें बढ़ती हैं.
रिटेल में प्रवेश करना इतना आसान नहीं, पर अगर आप थोड़ी रकम लगा सकें तो ये मौका हाथ से नहीं जाने देना चाहिए. चलिए, इस बार की लिस्टिंग देखेंगे तो नई डिजिटल पहलों का मज़ा भी दुगना होगा!
Harmeet Singh
अक्तूबर 16, 2025 AT 05:39सही कहा, गजब का अवसर है. इस इश्यू की कीमत औसत से नीचे रखी गई है, जिससे दीर्घकालिक निवेशकों को काफी हद तक हेडरूम मिलती है. आशा करता हूँ कि लिस्टिंग पर शेयर थोड़ी उछाल ले आएँ.
patil sharan
अक्तूबर 24, 2025 AT 13:39वाह, टाटा ने फिर से बड़ा इश्यू फेंका है, लेकिन ग्रे मार्केट प्रीमियम 3% देखकर लगता है कि बाजार में हॉलिडे मूड नहीं है. थोड़ा वैल्यू है, पर सारे एंकर बिड देख कर लगा कि सब सही-ट्रैक्ट पर है.
चलो, देखते हैं अगले दो दिन में बिडिंग की धूम कितनी तेज़ होती है.
Nitin Talwar
नवंबर 1, 2025 AT 21:39क्या आप जानते हैं कि इस इश्यू के पीछे क्या साज़िश चल रही है? टाटा समूह के पास इतनी बड़ी हिस्सेदारी बेचने का मकसद क्या है – शायद विदेशी फंडों को लुभाने का बड़ा जाल है😠. ग्रे मार्केट प्रीमियम इतना छोटा दिखाने से लगता है कि सब कुछ साफ‑सुथरा है, लेकिन असली इरादा कौन जानता है.
लिस्टिंग के बाद कीमतें गिरती भी तो हो सकती हैं, सावधान रहें.
onpriya sriyahan
नवंबर 10, 2025 AT 05:39टाटा कैपिटल के इस IPO में रिटेल निवेशकों के लिए न्यूनतम निवेश राशि थोड़ी भारी है पर अगर आपका मन है तो जरूर कोशिश करो! कीमतें उद्योग औसत से नीचे रखी गई है इसलिए संभावना है कि लिस्टिंग पर थोड़ी उछाल आए.
एक और बात, सस्ते में शेयर मिलना मुश्किल है इसलिए जल्दी बिड करो
Sunil Kunders
नवंबर 18, 2025 AT 13:39टाटा कैपिटल का विस्तृत प्रॉस्पेक्टस पढ़ा, और देखा कि वित्तीय संरचना में काफी गहराई है। दर्शनीय है कि टाटा सोन्स की हिस्सेदारी इतनी बड़ी है, जो कंपनी की रणनीतिक दिशा को स्पष्ट करता है। पाँच साल के भीतर रिटर्न मॉडल को लेकर कई मान्यताएं उभर रही हैं।