अगर आप तमिलनाडु में कांग्रेस की स्थिति जानना चाहते हैं, तो आप सही जगह पर हैं। यहाँ हम पिछले हफ़्तों की प्रमुख समाचार, पार्टी के प्रमुख फैसले और भविष्य की रणनीति को आसान भाषा में बताते हैं। हर जानकारी आपके लिये उपयोगी होने के लिये तैयार की गई है – चाहे आप छात्र हों, घर से बाहर काम करते हों या बस राजनीति में रुचि रखते हों।
तमिलनाडु में कांग्रेस ने हाल ही में कई करीबी शहरों में रैलियों की श्रृंखला चलाई। इन रैलियों में केन्द्र और राज्य स्तर के नेताओं ने युवा वर्ग को जोड़ने की कोशिश की। पार्टी का मुख्य उद्देश्य युवाओं को नौकरी, शिक्षा और स्वास्थ्य के मुद्दों पर चर्चा करवाना रहा। कुछ बड़े नेताओं ने कहा कि आज की राजनीति में सिर्फ वोट नहीं, बल्कि वास्तविक समस्याओं का हल पेश करना ज़रूरी है।
पिछले महीने द्रविड़ मुन्ना दल के साथ गठबंधन की संभावनाएं भी देखी गईं। हालांकि अभी तक कोई पुख्ता समझौता नहीं हुआ है, लेकिन दोनों पार्टियों के बीच वार्ता चल रही है। यह गठबंधन अगर बन जाता है, तो अगले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की गिनती में काफी इज़ाफ़ा हो सकता है।
पार्टी ने सोशल मीडिया का भी बढ़िया उपयोग किया है। हर दिन नई पोस्ट और वीडियो के माध्यम से स्थानीय समस्याओं को उजागर किया जाता है। इस पहल ने खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में कांग्रेस का भरोसा बढ़ाया है।
अगले साल के विधानसभा चुनाव नज़दीक आ रहे हैं, इसलिए कांग्रेस ने पहले ही अपनी रणनीति तैयार करना शुरू कर दिया है। सबसे पहले, पार्टी ने सर्वेक्षण कर स्थानीय मुद्दों को सूचीबद्ध किया। इनमें जल, सड़कों की स्थिति और किसानों की कीमतें प्रमुख हैं। इन मुद्दों को हल करने के लिए पार्टी ने विशिष्ट योजनाएँ निकालीं – जैसे जल संरक्षण के लिए नई टँकी बनाना और किसानों को सस्ती बीज और उर्वरक उपलब्ध कराना।
केंद्रीय नेता ने कहा है कि कांग्रेस को केवल चुनाव जीतना नहीं, बल्कि जनता को भरोसा दिलाना है कि उनका समर्थन मिलने पर वास्तविक बदलाव आएगा। इस वजह से उन्होंने एक ‘परिधान योजना’ तैयार की है, जहाँ हर घर में बेसिक सुविधाओं का अभाव नहीं रहेगा। इस योजना में स्वास्थ्य सेंटर, नई स्कूल बिल्डिंग और स्थानीय रोजगार कार्यक्रम शामिल हैं।
स्थानीय स्तर पर भी कई युवा संघों ने सक्रिय भूमिका निभानी शुरू की है। वे अपने इलाकों में साफ़ सुथरे पोस्टर लगाते हैं, छोटे मीटिंग्स आयोजित करते हैं और मतदाताओं से सीधे सवाल पूछते हैं। इससे एक नई ऊर्जा का माहौल बन रहा है, जहाँ मतदाता खुद को पार्टी का हिस्सा महसूस करते हैं।
यदि आप कांग्रेस के सहयोगी बनना चाहते हैं या पार्टी के बारे में और जानकारी चाहिए, तो आप नजदीकी कांग्रेस कार्यालय में जा सकते हैं। वहां आपको सदस्यता फॉर्म, प्रचार सामग्री और आगामी कार्यक्रमों का शेड्यूल मिल जाएगा। याद रखें, चुनाव सिर्फ वोट डालने का नहीं, बल्कि अपने विचार को आवाज़ देने का मौका है।
इस तरह, तमिलनाडु कांग्रेस अब बदलते समय के साथ कदम मिला कर चल रही है। चाहे वह स्थानीय समस्याओं के समाधान हों या बड़ी राजनैतिक गठबंधनों की बात, पार्टी ने स्पष्ट लक्ष्य रखा है – जनता की भरोसेमंद आवाज़ बनना। आप भी इस बदलाव का हिस्सा बन सकते हैं, बस एक कदम आगे बढ़ें।
तमिलनाडु के वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री ईवीकेएस इलांगोवन का 75 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे। राजनीति में दशकों की सेवा देने वाले इलांगोवन की मृत्यु को कांग्रेस पार्टी और उनके परिवार के लिए अपूरणीय क्षति के रूप में देखा जा रहा है। वे पेट्रोलियम, वाणिज्य और कपड़ा मंत्रालय में राज्यमंत्री के रूप में अपनी सेवाएँ दे चुके थे।