अगर आप शेयरों में दिलचस्पी रखते हैं या अभी‑ही शुरुआत कर रहे हैं, तो इस टैग पेज पर आपको हर जरूरी जानकारी मिल जाएगी। हम जटिल शब्दों को छोड़के सरल भाषा में बाजार के मूल पहलू, आज के प्रमुख शेयर और कुछ काम की रणनीतियाँ बताएंगे। पढ़ते‑पढ़ते आप खुद को एक बेहतर निवेशक बना सकते हैं।
सबसे पहले जान लें कि स्टॉक मार्केट असल में क्या है। जब कोई कंपनी अपने शेयर जनता को बेचना चाहती है, तो वह इन शेयरों को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) या नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर लिस्ट करती है। प्रत्येक शेयर की कीमत माँग‑और‑सप्लाई के हिसाब से बदलती है। अगर कंपनी का प्रॉफिट बढ़ता है, तो निवेशकों को उम्मीद होती है कि शेयर की कीमत भी बढ़ेगी, और ठीक उलटा भी हो सकता है।
बाजार में दो मुख्य शब्द अक्सर सुनते हैं – ‘बुल मार्केट’ और ‘बेयर मार्केट’। बुल मार्केट का मतलब है कि कीमतें लगातार ऊपर जा रही हैं, जबकि बेयर मार्केट में कीमतें गिरती रहती हैं। यह समझना ज़रूरी है क्योंकि आपके निवेश की दिशा इस पर निर्भर करती है।
एक और महत्वपूर्ण बात है ‘इंडेक्स’। यह एक संख्यात्मक मान है जो पूरे बाजार या किसी सेक्टर की औसत परफॉर्मेंस को दिखाता है। जैसे कि Sensex और Nifty 50 – इन्हें देख कर आप जल्दी पता लगा सकते हैं कि बाजार आज‑का दिन अच्छा या ख़राब है।
हर रोज़ विभिन्न कंपनियों के शेयरों के दाम बदलते रहते हैं। आज आप खास तौर पर IT, ऑटो और फ़ार्मा सेक्टर के शेयरों पर ध्यान दे सकते हैं। IT सेक्टर में TCS और Infosys ने हाल ही में एंटरप्राइज़ क्लाउड में नई समझौते किए हैं, इसलिए उनके शेयर में हल्की बढ़ोतरी देखी जा रही है। ऑटो में Maruti Suzuki के नए मॉडल लॉन्च की खबर ने निवेशकों को उत्साहित किया है, लेकिन साथ ही अस्थायी सप्लाई चेन दिक्कतों के कारण कीमतें स्थिर रही। फ़ार्मा सेक्टर में Sun Pharma के नए दवाओं के क्लिनिकल ट्रायल्स का सकारात्मक परिणाम शेयर को समर्थन दे रहा है।
इन्हें समझने के लिए आप रोज़ का ‘स्टॉक स्क्रीनर’ इस्तेमाल कर सकते हैं, जहाँ आपको प्राइस‑टू‑अर्निंग (PE) रेशियो, मार्केट कैप और पिछले 52 हफ़्ते का प्रदर्शन दिखता है। कम PE रेशियो वाला शेयर अक्सर undervalued माना जाता है, लेकिन इससे पहले कंपनी की बुनियादी ताकत को देखना ज़रूरी है।
यदि आप दीर्घकालिक निवेश करना चाहते हैं, तो बड़े कैप वाले शेयर चुनें और नियमित रूप से सिपी (Systematic Investment Plan) के माध्यम से छोटे‑छोटे हिस्से ख़रीदें। इससे बाजार की अस्थिरता का असर कम हो जाता है और समय के साथ आपका पोर्टफ़ोलियो बढ़ता है।
संक्षेप में, स्टॉक मार्केट को समझना मुश्किल नहीं है—बस बुनियादी सिद्धांत और दैनिक खबरों पर नजर रखें। इस टैग पेज पर आप हर दिन नई अपडेट, विश्लेषण और आसान टिप्स पाएंगे जो आपके निवेश को सही दिशा देंगे।
25 जुलाई 2025 को भारतीय शेयर बाजार में तेज़ गिरावट आई। Sensex 721 अंकों (0.88%) गिरकर 81,463.09 पर बंद हुआ, जबकि Nifty 225 अंकों (0.90%) घटकर 24,837 पर समाप्त हुआ। बैजाज फाइनेंस व फिनसर्व ने लगभग 5% तक गिरावट दर्ज की, और अधिकांश सेगमेंट निचे थे, सिवाय फ़ार्मा के। India VIX 5% से ऊपर बढ़ा, जिससे बाजार में अनिश्चितता साफ़ है। तकनीकी विश्लेषकों ने समर्थन स्तरों के टूटने पर आगे की गिरावट की आशंका जताई।
आज, 20 नवंबर 2024 को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के कारण भारतीय स्टॉक मार्केट बंद है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) दोनों ही मार्केट्स के सभी सेगमेंट्स, जैसे कि इक्विटी, डेरिवेटिव्स, और सिक्योरिटीज लेंडिंग और बॉरोइंग (SLB) के लिए ट्रेडिंग एक्टिविटीज रुकी हुई हैं। यह वर्ष 2024 के 16 व्यापार अवकाशों में से एक है, जिसमें अब तक 14 अवकाश पूरे हो चुके हैं।
जुलाई 23, 2024 को भारतीय स्टॉक मार्केट में बजट दिवस के मौके पर महत्वपूर्ण उतार-चढ़ाव देखे गए। सेंसेक्स 0.24% की बढ़त के साथ 80,695.43 पर खुला, जबकि निफ्टी 0.22% की बढ़त के साथ 24,562.70 पर। विदेशी संस्थागत निवेशकों द्वारा भारी खरीदारी की गई। वहीं आरबीआई ने कोटक महिंद्रा बैंक के नए एमडी की नियुक्ति की मंजूरी दी।