राधा स्वामी सत्संग ब्यास: जीवन, विचार और व्यावहारिक मार्गदर्शन

अगर आप आध्यात्मिक सच्चाई की तलाश में हैं, तो राधा स्वामी सत्संग ब्यास की सीखें एक आसान रास्ता देती हैं। उनका नाम सुनते ही कई लोगों को ध्यान, भजन और सरल जीवन जीने की याद आती है। लेकिन असल में उनका संदेश सिर्फ पूजा तक सीमित नहीं—वो रोज़मर्रा की समस्याओं को हल करने में मदद करता है।

राधा स्वामी के मुख्य सिद्धांत

पहला सिद्धांत है भक्ती में सच्ची लगन। ब्यास कहते थे कि भगवान के सामने झुकना फॉर्मल नहीं, दिल से होना चाहिए। इसका मतलब है—जब आप कोई काम करें, तो पूरी निष्ठा से करो, जैसे आप भगवान को सेवा दे रहे हों। दूसरा सिद्धांत है सत्संग की महत्ता। अच्छे संगति में रहना आपके विचारों को साफ़ करता है और सकारात्मक ऊर्जा लाता है। वे अक्सर कहते थे, “बंदु, जो सच्चे सन्तों के साथ रहें, वही शांति पाते हैं।”

तीसरा सिद्धांत है समय के साथ चलना। ब्यास ने कभी भी परम्पराओं को अंध रूप से नहीं अपनाया। उन्होंने कहा कि आध्यात्मिकता में भी प्रगति चाहिए, नहीं तो यह पुरानी किताब की तरह बेजान हो जाएगी। इसलिए वो आधुनिक ज्ञान को भी अपनाते थे, जैसे योग, ध्यान और व्यायाम।

राधा स्वामी की शिक्षाओं को जीवन में कैसे अपनाएँ

सबसे पहले, रोज़ सुबह 5‑10 मिनट ध्यान रखें। बस अपनी सांस पर ध्यान दें और दिल में भगवान का नाम जपें। यह छोटा समय आपके मन को साफ़ करेगा और दिन की शुरुआत में सकारात्मक ऊर्जा देगा। दूसरा, अपने आस-पास के लोगों से मिलते समय सच्चा व्यवहार रखें। अगर आप किसी को मदद कर सकते हैं, तो दे दें—भले ही छोटी सी बात हो। ब्यास का मानना था कि छोटा काम भी बड़ी भक्ति का हिस्सा है।

तीसरा, हर हफ़्ते एक अगर आपसे जुड़ी कोई पुस्तक पढ़ें—भले ही वह आध्यात्मिक नहीं हो। ब्यास ने कहा था, “ज्ञान का द्वार हमेशा खुला रहता है,” इसलिए नई चीज़ें सीखते रहना दिल को ताज़ा रखता है। चौथा कदम है—सत्संग में भाग लें। चाहे वह मंदिर की सभा हो या ऑनलाइन भजन समूह, अच्छे संगति में रहने से आपका मन शांत रहता है और सकारात्मक विचार पैदा होते हैं।

अंत में, ब्यास की बात को याद रखें: “सच्ची भक्ति वही है जो जीवन को संवार दे।” इसका मतलब है—आपने जो भी सीखें, उसे अपने दैनिक काम में लागू करें। तब ही आध्यात्मिक राह आसान हो जाएगी। इन सरल कदमों को निभाते रहें, और देखिए कैसे आपकी ज़िन्दगी में शांति, सफलता और खुशियों की नई लहर आती है।

राधा स्वामी सत्संग ब्यास के नए प्रमुख बने जसदीप सिंह गिल
राधा स्वामी सत्संग ब्यास के नए प्रमुख बने जसदीप सिंह गिल

2 सितंबर, 2024 को गुरिंदर सिंह ढिल्लों ने जसदीप सिंह गिल को राधा स्वामी सत्संग ब्यास के नए प्रमुख के रूप में नियुक्त किया। 45 वर्षीय गिल, जो एक रिटायर्ड आर्मी कर्नल के बेटे हैं, 30 वर्षों से डेरा से जुड़े हुए हैं। वे एक केमिकल इंजीनियरिंग के पीएचडी होल्डर हैं और उन्होंने कई बड़े कंपनियों के लिए कार्य किया है।

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