भारत में मौसम में बदलाव आजकल बहुत तेज़ी से हो रहा है। कभी भारी बारिश, कभी तेज़ धूप, तो कभी बाढ़ का खतरा। इसलिए मौसम विभाग की अपडेट को रोज़ देखना ज़रूरी है, खासकर जब परीक्षा की तैयारी या नौकरी की तैयारी में हों। इस लेख में हम सबसे ताज़ा मौसम खबरें, मॉनसून की स्थितियों और बाढ़‑हीटवेव से बचने के आसान तरीके बताएँगे।
आज भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने पश्चिमी राजस्थान, जम्मू‑कश्मीर और कुछ पहाड़ी क्षेत्रों में हीटवेव की चेतावनी जारी की है। तापमान दिल्ली‑नेरौली में 41 °C तक पहुंच सकता है। वहीं, पूर्वोत्तर और सब‑हिमालयन ज़ोन में तेज़ बारिश और गरज‑तड़ित की संभावना है। इस महीने इंदौर, नागपुर और कोलकाता में भी ऐतिहासिक स्तर की बरसात की रिपोर्ट मिल रही है।
अगर आप उत्तर भारत में रहते हैं तो बारिश के अलर्ट पर नजर रखें। जम्मू‑कश्मीर, पंजाब और हिमाचल प्रदेश में अब तक की सबसे भारी बारीश हुई है, जिसके चलते कई जगहों पर बाढ़ आ रही है। दक्षिण भारत में भी अगस्त में 31 % ज्यादा बारिश होने की संभावना है, इसलिए यहाँ के किसान भाई भी सावधान रहें।
मौसम विभाग की वेबसाइट और मोबाइल ऐप पर रियल‑टाइम रेनफॉल मैप देखें। इससे आप अपने गाँव या शहर की स्थिति एक नजर में जान सकते हैं और योजना बना सकते हैं।
बाढ़ के मौसम में सबसे पहले सुरक्षित जगह चुनें। अगर आपका घर निचले स्तर पर है तो ऊँचे कमरे या उच्च स्तर की इमारत में शिफ्ट होना बेहतर रहेगा। जरूरी दस्तावेज़, दवाइयाँ और आपातकालीन किट को waterproof बैग में रखकर तैयार रखें।
हीटवेव के दौरान पानी की कमी नहीं होनी चाहिए। दिन में दो‑तीन बार हल्का पानी पीएँ, और बहुत अधिक शारीरिक मेहनत से बचें। घर में पंखे या एसी का इस्तेमाल करें, लेकिन अगर बिजली कटे तो ठंडा कपड़े पहनकर खुद को ठंडा रखें।
बच्चों और बुजुर्गों को अतिरिक्त देखभाल चाहिए। अगर किसी को बुखार या उल्टी जैसे लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। मोटे कपड़े पहनने से शरीर ज्यादा गर्म हो सकता है, इसलिए हल्के, ढिले कपड़े चुने।
सड़कें पानी में डूबने पर गाड़ी चलाने से बचें। कई बार लोग जलभराव के कारण फँस जाते हैं। यदि आप ड्राइव कर रहे हैं और रास्ता बंद हो जाए, तो किसी भरोसेमंद मित्र या रिश्तेदार को सूचित करके मदद माँगेँ।
अंत में, मौसम विभाग की लगातार जारी की जाने वाली अलर्ट्स को अनदेखा न करें। नोटिफिकेशन ऑन रखें, और सोशल मीडिया पर आधिकारिक पेज फॉलो करें। इससे आप समय पर तैयार हो पाएँगे और नुकसान कम से कम रहेगा।
अगर आप नौकरी की तैयारी या परीक्षा की पढ़ाई कर रहे हैं, तो मौसम की वजह से पढ़ाई में बाधा न आएँ। पढ़ाई के लिए एसी या पंखा वाले कमरे का इस्तेमाल करें, और समय‑समय पर ब्रेक लेकर पानी पीएँ। इस तरह आप स्वस्थ भी रहेंगे और पढ़ाई में फोकस बना रहेगा।
मौसम बदलता रहता है, पर आपकी तैयारियाँ उसी के साथ चलनी चाहिए। अपडेट रहें, सुरक्षित रहें और अपने लक्ष्य की ओर आगे बढ़ते रहें।
उत्तराखंड के छह जिलों में भारी बारिश को लेकर मौसम विभाग ने यलो अलर्ट जारी किया है। कुछ इलाकों में मानसून की जल्दी दस्तक महसूस की जा रही है। पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन और बाढ़ का खतरा बढ़ने के चलते स्थानीय लोगों और यात्रियों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
दिल्ली में बुधवार, 29 मई को तापमान 52.3 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच गया, जोकि अब तक का सबसे अधिक तापमान है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने मुंगेशपुर में इस तापमान को रिकॉर्ड किया। मौसम विभाग ने दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में अगले कुछ घंटों में हल्की बारिश या बूंदाबांदी की संभावना जताई है। कई इलाकों में 'रेड' अलर्ट जारी किया गया है।