हर साल जैसे ही जून‑जुलाई में मोनसून की शुरुआत होती है, भारत में मौसम एकदम बदल जाता है। 2025 में भी बारिश ने कई हिस्सों को धक्का दिया है और पढ़ाई‑लिखाई वालों के लिए कुछ खास बातों का ध्यान रखना जरूरी है। इस लेख में हम सबसे ताज़ा बाढ़‑अलर्ट, उत्तराखंड के मौसम अपडेट और परीक्षा‑तैयारी के लिए जल्द‑बाज टिप्स बताएँगे।
अगस्त 2025 में देशभर में रिकॉर्ड तोड़ बारिश हुई। जम्मू‑कश्मीर, पंजाब, हिमाचल और उत्तराखंड में भारी बाढ़ और भूस्खलन की घटनाएं दर्ज हुईं। रिपोर्ट के मुताबिक 100 से ज्यादा लोगों की जान गई और लाखों लोग विस्थापित हुए। दक्षिण भारत में भी सामान्य से 31% ज्यादा बारिश देखी गई, जिससे कई शहरों में जलनिर्माण की समस्या बढ़ी।
उत्तरी पहाड़ी राज्य उत्तराखंड ने हाल ही में छह जिलों में यलो अलर्ट जारी किया। मौसम विभाग ने चढ़ते मौसम के साथ तेज़ बहाव और भूस्खलन का खतरा बताया है। स्थानीय प्रशासन ने यात्रियों को सावधानी बरतने और अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी है।
भारी बारिश और बाढ़ के कारण कई जगहों पर बिजली कटौती, इंटरनेट स्लोडाउन और पढ़ाई के माहौल में बाधा आती है। अगर आप प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, तो कुछ छोटे‑छोटे कदम उठाकर इन समस्याओं से बच सकते हैं:
इन छोटे‑छोटे बदलावों से आप मॉनसून के असर को कम करके अपनी तैयारी को रफ़्तार दे सकते हैं। याद रखें, मौसम चाहे जैसा भी हो, आपका लक्ष्य वही रहना चाहिए – सफलता।
यदि आप मौजूदा बाढ़‑अलर्ट या मौसम अपडेट के बारे में रियल‑टाइम जानकारी चाहते हैं, तो स्थानीय मौसम विभाग की वेबसाइट या भरोसेमंद समाचार पोर्टल पर नज़र रखें। यह जानकारी न केवल आपकी सुरक्षा सुनिश्चित करती है, बल्कि परीक्षा की तैयारी में भी सही समय‑सारणी बनाते हुए मदद करती है।
अंत में, एक बात ज़रूर याद रखें: बरसात में भी पढ़ाई को थामे रखें, क्योंकि हर कठिनाई के पीछे एक मौका छुपा होता है। तैयार रहें, सुरक्षित रहें और अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते रहें।
IMD ने पश्चिमी तट, पूर्वोत्तर और सब-हिमालयन क्षेत्रों में भारी बारिश और गरज-चमक की चेतावनी दी है। पश्चिमी राजस्थान और जम्मू-कश्मीर में हीटवेव के हालात बन सकते हैं। मानसून 19°N/97°E तक पहुंच चुका है। दिल्ली का पारा 41.4°C तक गया।