अगर आप 50 किलो वर्ग में फ्रीस्टाइल कुश्ती में एंट्री लेना चाहती हैं तो सही जगह पर आई हैं। यहाँ हम सरल भाषा में नियम, ट्रेनिंग टिप्स और प्रतियोगिता अपडेट दे रहे हैं, ताकि आप जल्दी से रिंग में कदम रख सकें।
फ्रीस्टाइल कुश्ती में दो मुख्य पहलू होते हैं – स्कोरिंग और ग्रिप। स्कोरिंग में टैक्लेट, पैर टेकऑफ़ और पिन शामिल हैं। 50 किग्रा वर्ग में लड़ने वाली महिलाएँ 48‑52 किग्रा के बीच का वजन रखती हैं, इसलिए वजनी नियंत्रण बहुत जरूरी है। शूद्र (लाइटवेट) वर्ग की तुलना में ताकत और एन्ड्यूरेंस दोनों का संतुलन चाहिए।
मैच 3 राउंड में होता है, प्रत्येक राउंड 2 मिनट का। कोई भी पिन 5 सेकंड तक बनाए रखने से जीत स्वचालित हो जाती है। अगर राउंड समाप्त हो जाये तो पॉइंट्स के आधार पर विजेता तय होता है। टैकों की अनुमति नहीं, इसलिए रेफरी की हर चेतावनी को गंभीरता से लेना चाहिए।
ट्रेनिंग में दो हिस्से होते हैं – तकनीकी अभ्यास और फिटनेस। तकनीकी सत्र में ग्रिप स्ट्रॉन्ग बनाना, रिवर्स क्लिंच और साइड रेज़ेस पर ध्यान दें। अभ्यास के दौरान स्पारिंग पार्टनर के साथ कम से कम 30 मिनट का राउंड रोल करें, इससे रिंग की रिदम समझ में आती है।
फिटनेस के लिए हाई‑इंटेंसिटी इंटरवल ट्रेनिंग (HIIT) और कार्डियो दोनों का मिश्रण करना चाहिए। एक हफ्ते में कम से कम 3 बार 20‑30 मिनट की सत्र रखें। ताकत बढ़ाने के लिए स्क्वाट, डेडलिफ्ट और बेंच प्रेस जैसे बेसिक वेट लिफ्ट्स शामिल करें।
डाएट पर बात करें तो प्रोटीन का सेवन 1.5‑2 ग्राम प्रति किलोग्राम बॉडी वेट होना चाहिए। भोजन में दाल, अंडा, पनीर, और प्रोटीन शेक को शामिल करें। कार्ब्स को हल्का रखें, लेकिन रेस्ट्रेंट नहीं – रोज़ाना 3-4 कप ब्राउन राइस या क्विनोआ पर्याप्त है। पानी का सेवन कम से कम 2.5 लीटर रखें, जिससे एन्ड्यूरेंस बेहतर रहता है।
मैच से एक हफ्ता पहले वीक-टैम्पिंग करें: वर्कआउट का वॉल्यूम घटाएँ, लेकिन इंटेंसिटी वैसी ही रखें। यह शरीर को रेस्ट देता है और ऊर्जा बची रहती है। मानसिक तैयारी भी जरूरी है – विजुअलाइज़ेशन टेक्निक से खुद को जीतते हुए देखें, इससे आत्मविश्वास बढ़ता है।
अब बात करते हैं प्रतियोगिता की। भारत में हर साल विभिन्न स्टेट लेवल और नेशनल लेवल कुश्ती टूर्नामेंट होते हैं – जैसे बैक्ट्रैक इंटर-कॉलज कुश्ती चैंपियनशिप और इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी का वार्षिक फैस्टे। इन इवेंट्स की डेट्स अक्सर जुलाई‑अक्टूबर में आती हैं। इसलिए कैलेंडर पर निशान लगा कर रजिस्ट्री समय पर कर दें।
अंत में यह याद रखें कि कुश्ती सिर्फ शक्ति नहीं, बल्कि रणनीति और लचीलापन भी मांगती है। रोज़ाना छोटे लक्ष्य निर्धारित करें – जैसे एक नई ग्रिप सीखना या 5 किलोग्राम वजन बढ़ाना। छोटा‑छोटा कदम बड़ी सफलता बनाते हैं। अब आप तैयार हैं, अपनी मेहनत से 50 किग्रा फ्रीस्टाइल को मंच पर चमकाएँ!
विनेश फोगाट ने पेरिस ओलंपिक्स में महिला 50 किग्रा फ्रीस्टाइल कुश्ती के सेमीफाइनल में जगह बना ली है। उन्होंने क्वार्टरफाइनल में यूक्रेन की ओक्साना लीवाच को 7-5 से हराया। यह पहली बार है जब विनेश ओलंपिक्स के सेमीफाइनल में पहुँची हैं। इससे पूर्व उन्होंने मौजूदा ओलंपिक चैंपियन और चार बार की विश्व चैंपियन जापान की युई सुसाकी को 3-2 से हराया।