क्या आप भारतीय सेना, वायुसेना या नौसेना में करियर बनाना चाहते हैं? तो एनडीए परीक्षा आपका पहला कदम है। यहाँ हम ताज़ा समाचार, महत्वपूर्ण तिथियाँ और प्रभावी तैयारी योजना को सरल भाषा में बता रहे हैं, ताकि आप बिना झंझट के आगे बढ़ सकें।
पिछले हफ़्ते भारतीय सेना ने एनडीए 2025 के आवेदन फ़ॉर्म खोलने की घोषणा की। आवेदन अवधि 1 जुलाई से 20 अगस्त तक है, और ऑनलाइन प्रक्रिया पूरी तरह मोबाइल‑फ्रेंडली है। साथ ही, UPSC ने उम्मीदवारों को सलाह दी है कि करंट अफेयर्स में बदलाव को नजरअंदाज़ न करें, क्योंकि परीक्षा में सामान्य ज्ञान भाग का वजन बढ़ा है।
इस मौसमी अपडेट के साथ, कई कोचिंग संस्थानों ने मुफ्त वेबिनार लॉन्च किए हैं जहाँ टॉपिक‑वाइस स्ट्रैटेजी पर चर्चा की जाती है। अगर आप बजट में रहकर प्रीप कर रहे हैं, तो इन वेबिनार को देखना फायदेमंद रहेगा।
1. **टाइम टेबल बनाएँ** – एक हफ्ते में कम से कम 4 घंटे पढ़ने का लक्ष्य रखें। सुबह के दो घंटे गणित‑भौतिकी‑रसायन पर और शाम को सामान्य ज्ञान और अंग्रेज़ी पर फोकस करें।
2. **नोट्स को छोटा रखें** – हर टॉपिक के मुख्य सूत्र और तथ्य को 1‑2 पेज में संक्षेपित करें। परीक्षा से एक हफ़्ता पहले इन नोट्स को दोहराना याददाश्त को ताज़ा रखता है।
3. **मॉक टेस्ट** – हर दो हफ़्ते में एक पूरी टाइम्ड टेस्ट दें। गलतियों को तुरंत नोट करें और उसी पर रीव्यू करें। इससे पेपर स्टाइल और टाइम मैनेजमेंट दोनों में सुधार होगा।
4. **करंट अफेयर्स** – रोज़ाना 15‑20 मिनट राष्ट्रीय समाचार, राष्ट्रीय सुरक्षा और सामरिक विकास पर पढ़ें। विशेष रूप से भारत की रक्षा नीति, नवीनतम हथियार सिस्टम और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा समझौतों को याद रखें।
5. **शारीरिक फिटनेस** – एनडीए में शारीरिक क्षमताओं का भी भारी महत्व है। अंतराल दौड़, पुश‑अप, सिट‑अप और स्ट्रेचिंग को अपनी रूटीन में शामिल करें, ताकि आप सिलेबस के साथ फिटनेस भी बनाये रखें।
इन आसान कदमों को रोज़मर्रा की आदत बना लें, तो आपका आत्मविश्वास पहले से ज़्यादा बढ़ेगा। याद रखें, एनडीए की तैयारी सिर्फ थ्योरी नहीं, बल्कि मन‑शरीर दोनों की संतुलित तैयारी है।
अगर आप अभी भी अनिश्चित हैं कि कहाँ से शुरू करें, तो हमारे एनडीए गाइड पेज पर जाँचें। वहा विस्तृत पुस्तक सूची, पिछले साल के प्रश्नपत्र और टॉप कोचिंग के सुझाव मिलेंगे। तैयार रहें, समय कम है, और आपसे सिर्फ एक कदम दूर है अपने सपने की ओर।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीसरी बार सरकार बनाने को लेकर आश्वस्त हैं, भले ही भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को बहुमत से कम सीटें मिल रही हों। एनडीए गठबंधन और विपक्षी गठबंधन के बीच का अंतर अब सिर्फ 60 सीटों का है, जिससे यह तय नहीं हो सका कि अगली सरकार कौन बनाएगा। इस बार चुनाव में भाजपा को कई राज्यों में बड़ा नुकसान हुआ है।