जब भी मोनसून या तेज़ बारिश की बात आती है, हमारा दिमाग तुरंत बाढ़ की तस्वीर बनाता है। लेकिन डरने से कुछ नहीं होता, अगर हम सही जानकारी और तैयारी रखें तो बाढ़ के प्रभाव को कम किया जा सकता है। इस लेख में हम बाढ़ के मुख्य कारण, भारत में हालिया बाढ़ समाचार, और बचाव के व्यावहारिक उपायों पर चर्चा करेंगे।
बाढ़ सिर्फ भारी बारिश के कारण नहीं होती। कई बार जलस्रोतों का घाटी में एकत्र होना, डैम का जल स्तर बहुत अधिक होना, या जल निकासी के सिस्टम की खराबी से भी बाढ़ आ सकती है। उत्तराखंड में छह जिलों में हाल ही में जारी यलो अलर्ट, मुख्यतः तेज़ बारिश और पहाड़ी क्षेत्रों में भू-स्खलन के कारण था। इसी तरह पश्चिमी राजस्थान में लगातार बारिश ने जलधाराओं को ओवरफ़्लो कर दिया, जिससे बाढ़ का खतरा बढ़ गया।
शहरी इलाकों में नाली‑नालियों की खराब स्थिति, कचरा जाम और अनियमित निर्माण भी जल को सही तरीके से बहने नहीं देते, जिससे पानी इकट्ठा हो जाता है। इसलिए बाढ़ का जोखिम केवल ग्रामीण क्षेत्र तक सीमित नहीं, यह शहरों में भी बहुत गंभीर हो सकता है।
बाढ़ से बचने के लिए पहले से योजना बनाना ज़रूरी है। कुछ आसान कदम नीचे दिए गए हैं:
बाढ़ के समय सोशल मीडिया पर फर्जी जानकारी बहुत फ़ैला होती है। सच्ची जानकारी केवल सरकारी पोर्टल, मौसम विभाग और विश्वसनीय समाचार स्रोतों से ही लें।
हाल के कुछ उदाहरण देखें: उत्तराखंड में तेज़ बारिश के कारण पहाड़ी क्षेत्रों में अवैध निर्माण वाले क्षेत्रों में बाढ़ और भूस्खलन का खतरा बढ़ा। IMD ने पश्चिमी राजस्थान में हीटवेव के साथ भारी बारिश की चेतावनी दी, जिससे किसानों को फसल नुकसान हो सकता है। ऐसे अलर्ट को नजरअंदाज़ न करें, क्योंकि सही कदम उठाने से आपके और आपका परिवार सुरक्षित रहेगा।
आखिर में यह कहना सही होगा – बाढ़ नियंत्रण का सबसे बड़ा हथियार तैयारी है। अगर आप आज ही इन छोटे-छोटे कदमों को अपनाएँ, तो अगले साल मोनसून में भी आप और आपका परिवार सुरक्षित रहेंगे। बाढ़ से डरें नहीं, समझें और सुरक्षित रहें।
अगस्त 2025 में देशभर में रिकॉर्ड तोड़ बारिश से बाढ़ और भूस्खलन ने तबाही मचाई। 100 से ज्यादा लोगों की जान गई, लाखों विस्थापित हुए। जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हिमाचल और उत्तराखंड सबसे ज्यादा प्रभावित रहे, जबकि दक्षिण भारत में भी अगस्त में 31% ज्यादा बारिश हुई। विशेषज्ञों ने इसे जलवायु परिवर्तन और अव्यवस्थित विकास से जोड़ा। सितंबर में भी तेज़ मॉनसून का अनुमान है।