अगर आप भारतीय राजनीति का एक बड़ा पथ प्रदर्शक ढूँढ़ रहे हैं, तो अमित शाह का नाम शीर्ष पर आएगा। राष्ट्रीय सुरक्षा, चुनाव रणनीति और पुलिस सुधार में उनकी भागीदारी ने अक्सर हेडलाइन बनायी है। इस टैग पेज में आप उनके बारे में सबसे ताज़ा खबरें, विश्लेषण और विशेषज्ञों की राय पा सकते हैं। तो चलिए, सीधे मुद्दे पर आते हैं—अमित शाह आज क्यों चर्चा में हैं?
आइए देखते हैं किन‑किन क्षेत्रों में उन्होंने सरकार के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। पहला, राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्रालय में उनके tenure में कई बैनर ऑपरेशन्स हुए, जैसे इराक‑सिंधु ऑपरेशन, जिसने आतंकवाद के खिलाफ कड़ी पकड बनाई। दूसरा, उन्होंने पुलिस एक्ट 2006 को संशोधित करके पुलिस सुधार को तेज किया, जिससे आवर्र्ज़न फर्स्टिंग, जनसंपर्क और ट्रेनिंग में बदलाव आया। तीसरा, चुनाव आयोग के साथ मिलकर उन्होंने ‘न्यू मॉडल वोटिंग’ पहल की, जिससे वोटर पार्टिसिपेशन बढ़ा। ये सभी कदम उनके रणनीतिक सोच को दर्शाते हैं।
पिछले हफ़्ते अमित शाह ने एक बड़ी सभा में कहा कि आगामी लोकल चुनावों में पार्टी को "जनसंख्या‑आधारित" नीति अपनानी होगी। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में विकास योजनाओं को तेज़ी से लागू किया जाएगा, ताकि वोटर्स को सीधे लाभ दिखे। उसी दौरान एक इंटरव्यू में उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा के नई चुनौतियों को लेकर बताया कि साइबर‑क्राइम और डीज़ीटलीकरण को लेकर अब एक "डिजिटल सुरक्षा डिवीजन" बनाया जा रहा है। ये बातें उनके पूरे मैप को अपडेट करती हैं—ना सिर्फ सत्ता का झटका, बल्कि प्रशासनिक सुधार भी।
आपको शायद लगता है कि इतना कुछ नहीं है, लेकिन इनके साथ ही कई विवाद भी रहे हैं। 2023 में "डेटा प्राइवेसी" बिल पर उनका रुख कई बार सवालों में रहा, और कुछ विपक्षी पार्टियों ने इसे "एकतरफा शक्ति का विस्तार" कह कर आलोचना की। फिर भी, उनके समर्थक कहते हैं कि ये कदम सुरक्षा को प्राथमिकता देने के लिये जरूरी थे। इस तरह के विवादों को समझना भी इस टैग पेज पर उपलब्ध लेखों से आसान हो जाता है।
अगर आप चुनाव रणनीतियों में रुचि रखते हैं, तो यहाँ कई विश्लेषणात्मक लेख मिलेंगे जो बताते हैं कैसे "हाउसिंग स्कीम" और "कवरेज प्लान" को एक साथ चलाकर वोट बेस को मजबूत किया गया। ये लेख डेटा‑ड्रिवन तरीके से समझाते हैं कि किस तरह विभिन्न प्रदेशों में अलग‑अलग मुद्दे तैयार किए गए और उनका असर क्या रहा।
आगे बढ़ते हुए, अमित शाह की विदेश नीति में सहभागिता भी बढ़ रही है। उन्होंने कई अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत की स्थिति को साफ़ किया, खासकर "अमेरिकन‑इंडियन" संबंधों में। उनकी यह भूमिका भारतीय रचनात्मक शक्ति को बढ़ावा देती है, और हमारी विदेश नीति को विश्व मंच पर मजबूती देती है। इस पहलू से जुड़े लेख भी इस टैग में मौजूद हैं।
सारांश यह है कि अमित शाह सिर्फ एक राजनेता नहीं, बल्कि कई क्षेत्रों में नीति बनाते हुए एक प्रमुख फैसलेकर्ता हैं। इस पेज में आप उनके हर पहलू—सुरक्षा, चुनाव, प्रशासन, और विवाद—पर विस्तृत जानकारी पा सकते हैं। तो जब भी राजनीति या चुनाव की ताज़ा ख़बर चाहिए, यहाँ क्लिक करें और सीधे स्रोत से पढ़ें।
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केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने वायनाड भूस्खलन को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के दावों को खारिज किया है। विजयन ने कहा कि आईएमडी ने प्रारंभिक चेतावनी दी थी, लेकिन वह पर्याप्त नहीं थी। भूस्खलन 30 जुलाई को हुआ और उससे पहले लाल अलर्ट जारी नहीं किया गया था।