Adani Power स्टॉक स्प्लिट क्या है? आसान शब्दों में समझें

स्टॉक स्प्लिट का मतलब है कंपनी अपने मौजूदा शेयरों को छोटे भागों में बाँटना, ताकि एक शेयर की कीमत घटे और अधिक निवेशकों को आकर्षित किया जा सके। Adani Power ने हाल ही में इस कदम को अपनाया है, जिससे कई लोग उलझन में हैं कि इसका उनका पोर्टफोलियो पर क्या असर पड़ेगा। तो चलिए, देखते हैं इस बदलाव के पीछे की वजह और आपके लिए सबसे बेहतरीन कदम क्या हो सकते हैं।

स्टॉक स्प्लिट के पीछे की वजहें

कंपनी अक्सर तब स्प्लिट करती है जब शेयर की कीमत बहुत ऊँची हो और छोटे निवेशकों के लिये खिड़की बंद हो जाती है। Adani Power के शेयर की कीमत कुछ महीनों में लगातार बढ़ी और ट्रेडिंग वॉल्यूम में भी बढ़ोतरी देखी गई। स्प्लिट से शेयर की कीमत लगभग आधी हो जाती है, लेकिन आपके पास शेयरों की संख्या दोगुनी हो जाती है, इसलिए कुल वैल्यू वैसी ही रहती है। इससे छोटी रकम वाले निवेशकों को भी शेयर खरीदने में आसानी होती है और बाजार में लिक्विडिटी बढ़ती है।

निवेशकों के लिए कदम

स्प्लिट से पहले या बाद में आपका क्या करना चाहिए, यह जानना जरूरी है। अगर आप पहले से ही Adani Power के शेयर रखते हैं, तो आपको कुछ नया नहीं करना पड़ेगा—आपके शेयर अपने आप दो गुना हो जाएंगे, लेकिन वैल्यू वैसी ही रहेगी। अगर आप नया खरीदना चाहते हैं, तो स्प्लिट के बाद शेयर की कीमत कम होने के कारण एंट्री पॉइंट बेहतर हो सकता है। लेकिन याद रखें, कीमत घटने के साथ ही कंपनी के फंडामेंटल्स को भी देखना चाहिए—क्या उनका बिज़नेस मॉडल मजबूत है, डिविडेंड देने की शर्तें क्या हैं, आदि।

एक और बात ध्यान में रखें—स्टॉक स्प्लिट खुद में कोई मुनाफा नहीं देता। यह सिर्फ शेयर की लिक्विडिटी बढ़ाता है और छोटे निवेशकों को आकर्षित करता है। इसलिए, किसी भी शेयर में निवेश करने से पहले कंपनी का बिज़नेस, डायवर्सिफिकेशन और फाइनैंशियल हेल्थ देखना जरूरी है। अगर आप निवेश को लंबी अवधि के लिए देख रहे हैं, तो स्प्लिट के बाद भी आप वही ढाँचा अपनाएँ: लक्ष्य तय करें, रिस्क मैनेजमेंट रखें और भावनाओं से दूर रहें।

आखिर में एक छोटा FAQ जोड़ते हैं:

  • क्या स्प्लिट के बाद मेरे शेयर की कीमत तुरंत गिर जाएगी? नहीं, स्प्लिट के बाद कीमत नई वैल्यू के हिसाब से ट्रेड होती है, लेकिन कुल वैल्यू समान रहती है।
  • क्या मैं स्प्लिट की तारीख पर शेयर बेच सकता हूँ? हाँ, स्प्लिट के बाद आप तुरंत शेयर बेच या खरीद सकते हैं, जैसे किसी भी सामान्य ट्रेड में।
  • क्या स्प्लिट से डिविडेंड पर असर पड़ेगा? डिविडेंड पर असर नहीं पड़ता, क्योंकि डिविडेंड प्रति शेयर तय होता है और स्प्लिट के बाद शेयरों की संख्या बढ़ जाती है।

सारांश में, Adani Power की स्टॉक स्प्लिट एक तकनीकी कदम है जो शेयर की कीमत को कम करके अधिक लोगों को भाग लेने देता है। यह आपके पोर्टफोलियो की वैल्यू नहीं बदलता, बस शेयरों की संख्या बदलता है। इसलिए, अगर आप मौका देख रहे हैं तो सही रिसर्च के साथ कदम बढ़ाएँ, लेकिन सिर्फ स्प्लिट के कारण ही नहीं, कंपनी की पूरी तस्वीर को समझें। आपका पैसा सुरक्षित रहेगा, बस थोड़ी समझदारी और धैर्य चाहिए।

Adani Power stock split: बोर्ड ने 1:5 स्प्लिट मंजूर, हर 1 शेयर पर 5 शेयर मिलेंगे
Adani Power stock split: बोर्ड ने 1:5 स्प्लिट मंजूर, हर 1 शेयर पर 5 शेयर मिलेंगे

अदाणी पावर ने पहली बार 1:5 स्टॉक स्प्लिट मंजूर किया है। ₹10 का फेस वैल्यू घटकर ₹2 होगा और हर 1 शेयर पर 5 शेयर मिलेंगे। रिकॉर्ड डेट 22 सितंबर 2025 तय है, जबकि 19 सितंबर 2025 तक शेयर रखने वालों को लाभ मिलेगा। अतिरिक्त शेयर 2-3 ट्रेडिंग दिनों में क्रेडिट होंगे। कदम का लक्ष्य लिक्विडिटी बढ़ाना और रिटेल निवेशकों की पहुंच आसान करना है।

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