इंग्लैंड और वेस्ट इंडीज के बीच चल रहे तीसरे टेस्ट मैच में जो रूट ने बड़ा कीर्तिमान स्थापित किया है। एडग्बास्टन में चल रहे इस मैच के दौरान रूट ने ब्रायन लारा के टेस्ट क्रिकेट में 11,953 रनों के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ते हुए 12,000 रन पूरे कर लिये। रूट अब टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ियों की सूची में सातवें स्थान पर पहुँच गए हैं।
23 सितंबर, 2023 को इंग्लैंड ने अपनी पारी के दूसरे दिन की शुरुवात की। लेकिन यह दिन उनकी टीम के लिए एक कठिन रहा। शुरुआत में इंग्लैंड ने जल्दी-जल्दी अपने दो महत्वपूर्ण विकेट, हैरी ब्रुक और ओली ब्रुक के रूप में गवां दिए। खिलाड़ी और दर्शकों के लिए यह एक चिंताजनक समय था। लेकिन कप्तान बेन स्टोक्स और जो रूट ने मिलकर इंग्लैंड की पारी को संभाला।
आखिरकार, जो रूट ने अपनी न सिर्फ टीम को संकट से निकाला, बल्कि अपनी व्यक्तिगत उपलब्धि के जरिए इतिहास में अपना नाम भी दर्ज करवा लिया। रूट ने सिर्फ 14 रन बनाकर लारा के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया। अब वह एलेस्टेयर कुक के बाद दूसरे ऐसे अंग्रेज खिलाड़ी बन गए हैं जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 12,000 रन का आंकड़ा पार किया है।
हालांकि, इंग्लैंड की शुरुआत ठीक नहीं रही। पहले दिन समाप्त होने पर इंग्लैंड का स्कोर 5 विकेट पर 103 रन था। अगले दिन जब खेल शुरू हुआ, तो रूट और स्टोक्स ने नाबाद 103 रनों की साझेदारी करते हुए टीम को 157 पर पहुँचाया। रूट ने इस दौरान 81 गेंदों में 58 रन बनाये, जबकि स्टोक्स ने 48 रन बनाये।
इंग्लैंड की टीम फिलहाल 125 रन पीछे है और टीम को आगे के खेल में काफी संघर्ष करना पड़ेगा। लेकिन रूट की इस उपलब्धि ने न केवल टीम को संयमित रखा है, बल्कि दर्शकों में भी उत्साह भर दिया है।
जो रूट ने अपने करियर की शुरुवात से ही अपनी बल्लेबाजी से सभी को प्रभावित किया है। टेस्ट क्रिकेट में उनका सफर बहुत ही शानदार रहा है। वह सिर्फ टेस्ट क्रिकेट में ही नहीं, बल्कि वनडे और टी20 में भी अपने खेल का जलवा बिखेर चुके हैं।
रूट के इस उपलब्धि के बाद अभियान में वह कई महान खिलाड़ियों के स्तर पर आ चुके हैं। वह अब सचिन तेंदुलकर, रिकी पोंटिंग, जैक कैलिस, राहुल द्रविड़, कुमार संगकारा और एलेस्टेयर कुक जैसे महान खिलाड़ियों के पीछे हैं। रूट की इस उपलब्धि के बाद क्रिकेट प्रेमियों ने उनकी काफी प्रशंसा की है।
जो रूट ने परीक्षण के हर स्तर पर अपनी धैर्य और प्रतिभा का प्रदर्शन किया है। उनकी बल्लेबाजी शैली हमेशा से ही उनकी मजबूत मानसिकता और तकनीकी निपुणता को दर्शाती आई है। उनकी यह सफलता सिर्फ उनके बल्बान मस्तिष्क का परिणाम नहीं है, बल्कि उनके कठोर परिश्रम और समर्पण का भी प्रतीक है।
जो रूट का यह सफर यहीं समाप्त नहीं हुआ है। अभी भी उनके पास कई और रिकार्ड्स और माइलस्टोन का लक्ष्य है। अगर वह इसी तरह खेलते रहे तो कोई शक नहीं कि वह जल्द ही और बड़े आंकड़ों को पार कर लेंगे।
जो रूट न सिर्फ एक महान बल्लेबाज हैं, बल्कि एक काबिल कप्तान भी हैं। उन्होंने कई बार अपनी टीम को मुसीबत से निजात दिलाया है और अपने नेतृत्व के माध्यम से उन्हें जीत की ओर अग्रसर किया है। उनकी नेतृत्व शैली हमेशा से ही उनके साथियों के लिए प्रेरणादायक रही है। रूट की यह न केवल टीम के लिए बल्कि क्रिकेट प्रेमियों के लिए भी गौरव की बात है।
इंग्लैंड की टीम को अभी भी आगे के मैचों में काफी कठिन चुनौतियों का सामना करना होगा। लेकिन जो रूट की इस उपलब्धि ने टीम को एक नई ताकत और आत्मविश्वास प्रदान किया है। रूट के इस प्रेरणादायक प्रदर्शन ने इंग्लैंड की टीम को एक नई ऊर्जा दी है।
भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के लिए भी रूट की यह उपलब्धि महत्वपूर्ण है। यह देखना दिलचस्प होगा कि भविष्य में और किस तरह के कीर्तिमान जो रूट बनाते हैं और किस तरह से वह युवा खिलाड़ियों के लिए आदर्श बनेंगे। क्रिकेट की दुनिया में रूट के योगदान को सदैव याद रखा जाएगा।