FirstCry आईपीओ ने बीएसई और एनएसई पर 40% प्रीमियम के साथ किया लिस्टिंग

FirstCry आईपीओ ने बीएसई और एनएसई पर 40% प्रीमियम के साथ किया लिस्टिंग

अगस्त 13, 2024 अखिलेश शर्मा

FirstCry के आईपीओ की शानदार शुरुआत

बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर FirstCry का आईपीओ 40 प्रतिशत प्रीमियम के साथ लिस्ट हुआ। यह बच्चों के उत्पादों की खरीदारी के क्षेत्र में मशहूर कंपनी है और इस आईपीओ ने बाजार में धमाकेदार एंट्री की है। ग्रे मार्केट प्रीमियम (जीएमपी) लगभग 87 रुपये था, जो इसके मजबूत लिस्टिंग गेन का संकेत था।

प्रेस दूसरे दिन शेयरों का प्रदर्शन

शेयर पहले दिन 388 रुपये पर बंद हुए, जो इसके इश्यू प्राइस 401 रुपये से 3.2 प्रतिशत या 13 रुपये कम है। मतलब बहुत उत्साही नहीं हुए, फिर भी बाजार में इसका असर देखा गया।

आईपीओ पर निवेशकों का जबरदस्त उत्साह

इस आईपीओ को निवेशकों से बहुत अच्छा रिस्पॉन्स मिला, और इसे कुल 12 बार सब्सक्रिप्शन प्राप्त हुआ। यह सार्वजनिक इश्यू 35,827,957 शेयरों का था, जिससे कुल 1,666 करोड़ रुपये जुटाए गए और 54,359,733 शेयरों की बिक्री की गई।

आईपीओ से जुटाए गए फंड का उपयोग

FirstCry ने घोषणा की कि इस IPO से जुटाए गए फंड का उपयोग नए स्टोर स्थापित करने, डिजिटल विस्तार, और सऊदी अरब में अपने संचालन को बढ़ाने के लिए किया जाएगा। इससे कंपनी की विकास योजनाओं को और मजबूती मिलेगी।

वित्तीय प्रदर्शन और भविष्य की योजनाएं

FirstCry का वित्तीय वर्ष 2024 का संचालन राजस्व 6,480 करोड़ रुपये था और इसमें 321 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा भी शामिल था। हालांकि, कंपनी का समायोजित EBITDA (आय, कर, मूल्यह्रास, और परिशोधन से पहले की आमदनी) वित्तीय वर्ष 2024 के लिए 8.8 प्रतिशत था, जो सुधार का संकेत है।

कंपनी अभी तक लाभ में नहीं है, लेकिन CEO और MD सुपाम माहेश्वरी का मानना है कि भारत में एक स्थायी कारोबार मॉडल बनाने में समय लगता है और निकट भविष्य में लाभ की उम्मीद की जा सकती है।

निवेशकों के लिए संभावनाएं

निवेशकों के लिए संभावनाएं

FirstCry का आईपीओ निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण संभावनाएं पेश करता है। कंपनी की वृद्धि और विस्तार योजनाओं का निवेशकों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। लाभप्रदता की दिशा में सुधार हो रही है और आने वाले सालों में इसके परिणाम अधिक आशावादी हो सकते हैं। बाजार में इस आईपीओ की प्रारंभिक सफलता ने निवेशकों को कुछ हद तक भरोसा दिलाया है, लेकिन आगे की यात्रा चुनौतीपूर्ण हो सकती है और इसमें धैर्य की आवश्यकता होगी।