आपने हाल ही में खबरों में तेज हवाओं की बात तो सुनी ही होगी। अगस्त 2025 के रिकॉर्ड‑तोड़ मॉनसून में तो कई राज्यों में धधकती हवाएं और भारी बरसात ने बाढ़ का कारण बना दिया। ऐसी स्थितियों में घर‑बाहर की योजनाएं बर्बाद हो सकती हैं, इसलिए पहले से तैयार रहना ज़रूरी है।
तेज़ हवाओं का मुख्य कारण कभी‑कभी समुद्री हवा का जमीन पर आना, कभी‑कभी जमीन की गर्मी से उठती थर्मल वाइब्रेशन। पिछले साल उत्तराखंड में छह जिलों में भारी बारिश के साथ येलो अलर्ट आया, और जल्द‑से‑जल्द तेज़ हवा की चेतावनी जारी की गई थी। इसी तरह, IMD ने पश्चिमी राजस्थान में हीटवेव के साथ तेज़ हवाओं की संभावना बताई थी। ये अलर्ट तब आते हैं जब हवा 40‑50 किमी/घंटा से तेज चलनी शुरू होती है।
मॉनसून के दौरान हवाओं की गति बढ़ने से पेड़ टुट सकते हैं, छतें उड़ सकती हैं और ट्रैफ़िक में गड़बड़ी हो सकती है। बाढ़ के साथ मिलकर यह जीवन‑सुरक्षा का बड़ा खतरा बन जाता है। इसलिए मौसम विभाग की हर अलर्ट को ध्यान से पढ़ें, चाहे वह टीवी पर हो या मोबाइल ऐप पर।
तेज़ हवाओं में सुरक्षित रहने के कुछ आसान कदम हैं:
अगर मौसम विभाग ने ‘सुरक्षा अलर्ट’ जारी किया है, तो स्थानीय प्रशासन के निर्देशों को फॉलो करें। कई बार पुलिस और रेड क्रॉस टीमें राहत कार्य के लिए तैयार रहती हैं। आपका सहयोग उनके काम को आसान बनाता है।
आखिर में, तेज़ हवाओं को लेकर अक्सर डर लगता है, लेकिन सही जानकारी और तैयारियां आपको सुरक्षित रखती हैं। अगले मॉनसून में भी अगर आप इन टिप्स को अपनाएँगे, तो न सिर्फ अपनी सुरक्षितता बढ़ेगी बल्कि आपका परिवार भी भरोसेमंद रहेगा।
भारतीय मौसम विभाग ने होली के दिन, 12 मार्च 2025, को उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। मेरठ, लखनऊ और नोएडा में इस मौसम अलर्ट से रंगों के त्योहार पर असर पड़ सकता है। यहां बारिश और तेज हवाओं के चलते समारोह में रुकावट की आशंका है। लोगों को सलाह दी गई है कि वे ताजातरीन मौसम अपडेट्स पर नजर रखें।