मौसम के बारे में सच्ची जानकारी चाहिए? यहाँ पर आप सबसे नवीनतम मौसम पूर्वानुमान, मॉनसून की प्रगति और बाढ़ की संभावनाओं को जल्दी‑जल्दी पा सकते हैं। हम रोज़ IMIMD, राज्य विभाग और विश्वसनीय स्रोतों से डेटा लेके आपको बताते हैं कि आगे क्या होने वाला है।
अगस्त 2025 में रिकॉर्ड तोड़ मॉनसून आया था। उत्तर‑पूर्वी राज्य जैसे जम्मू‑कश्मीर, पंजाब, हिमाचल तथा उत्तराखंड में भारी बारिश से बाढ़ और भूस्खलन हुए। 100 से ज्यादा लोग मारे गए, लाखों लोग बेघर हो गए। दक्षिण में भी अगस्त में औसत से 31% ज्यादा बारिश देखी गई। विशेषज्ञ बताते हैं कि जलवायु परिवर्तन और अनियोजित विकास ने इस आपदा को तेज़ किया।
अब तक की ताज़ा खबरों में उत्तराखंड के छह जिलों में यलो अलर्ट जारी हुआ है। भारी बारिश, तेज़ धारा और भूस्खलन की संभावना है, इसलिए स्थानीय लोग और यात्रियों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। वहीं, IMD ने पश्चिमी राजस्थान और जम्मू‑कश्मीर में हीटवेव की चेतावनी भी दी है, साथ ही कई क्षेत्रों में गरज‑बिजली और भारी बारिश का पूर्वानुमान है।
इन अलर्ट्स को नज़रअंदाज़ न करें। अगर आप पहाड़ी इलाकों में यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो सुबह‑शाम में मौसम की जांच करना जरूरी है। बाढ़‑प्रवण क्षेत्रों में घर के आसपास जाल बिछाना, फालतू सामान सुरक्षित जगह पर रखना और आपातकालीन नंबर याद रखना मददगार रहेगा।
अब मौसम देखना फोन या वेबसाइट पर भी आसान हो गया है। IMD का आधिकारिक ऐप हर घंटे अपडेट देता है, जिसमें रेनफ़ॉल, तापमान, हवा की गति और चेतावनी संदेश शामिल होते हैं। कुछ लोकप्रिय ऐप्स जैसे Weather.com और AccuWeather भी भारतीय शहरों के लिए सटीक डेटा फीड करते हैं।
अगर आप जल्दी‑जल्दी अलर्ट चाहते हैं, तो अपने फोन में नोटिफिकेशन ऑन कर लें। कई ऐप्स में ‘प्रेस्क्रिप्टेड अलर्ट’ सेट कर सकते हैं, जैसे कि ‘भारी बारिश होने पर पुश नोटिफिकेशन’। इससे आप अनियोजित बाढ़ से बच सकते हैं।
बड़े शहरों में वायुदाब, तापमान और धुंध के बदलाव भी मायने रखते हैं। इसलिए रोज़ सुबह अपनी विंडो के पास एक छोटा साँचा खोलकर बाहर की हवा महसूस कर लेना भी उपयोगी हो सकता है। लेकिन सबसे भरोसेमंद तरीका है आधिकारिक स्रोतों से अपडेट लेना।
संक्षेप में, मौसमी बदलावों को ट्रैक करना अब इतना कठिन नहीं रहा। चाहे आप छात्र हों, नौकरी की तैयारी कर रहे हों या सिर्फ़ घर से बाहर निकलना चाहते हों, सही जानकारी से ही आप सुरक्षित और आरामदायक रह सकते हैं। इस टैग पेज पर हम लगातार अपडेट डालते रहेंगे, तो बार‑बार चेक करना न भूलें।
हवाओं का रुख बदलते ही Beryl तूफान कैटेगरी 4 की श्रेणी में आ गया है, जिससे कैरेबियन के द्वीप समुदायों को बड़ा खतरा होने जा रहा है। तूफान से जानलेवा तूफान, तेज हवाएं और बाढ़ जैसे हालात पैदा हो सकते हैं।