क्या आपने कभी लुईस हैमिल्टन का नाम सुना है? अगर नहीं, तो अभी सही समय है उनकी कहानी जानने का। लुईस हैमिल्टन इतिहास में एक ऐसा व्यक्ति हैं, जिनके काम को अक्सर सामान्य ज्ञान में देखा जाता है, खासकर यूपीएससी, बैंकिंग और राज्य सेवा परीक्षाओं में।
उनका जन्म १७५५ में एस्टोनिया (अब बेल्जियम) में हुआ था। बचपन में पढ़ाई में तेज़ थे, इसलिए जल्दी ही यूरोप के कई बड़े विश्वविद्यालयों में दाखिला लिया। उनका सबसे बड़ा योगदान विज्ञान और राजनीति में नीति‑निर्धारण था। उन्होंने कई बार सरकारी रिपोर्टों में योगदान दिया और नई नीतियों को तैयार करने में मदद की।
लुईस ने अपने करियर के दौरान तीन बड़े क्षेत्र में काम किया:
इन उपलब्धियों ने उन्हें एक प्रमुख विचारक बना दिया, और उनका नाम अक्सर ‘वित्तीय सुधार के पितामह’ कहा जाता है।
प्रतियोगी परीक्षा में लुईस हैमिल्टन से जुड़े प्रश्न अक्सर बुनियादी बिंदुओं पर होते हैं। नीचे कुछ सबसे लोकप्रिय प्रश्न और उनके आसान जवाब दिए गए हैं:
इन सवालों को याद रखकर आप अपनी प्रतियोगी परीक्षा में अंक बढ़ा सकते हैं। याद रखें, सिर्फ नाम नहीं, उनके योगदान की गहराई समझना ज़रूरी है।
अगर आप अभी भी लुईस हैमिल्टन के बारे में और जानना चाहते हैं, तो हमारी साइट की अन्य पोस्ट देखें जहाँ हम उनके जीवन की और भी रोचक बातें और उनके काम के प्रभाव को विस्तार से बताते हैं। इससे न केवल आपका ज्ञान बढ़ेगा, बल्कि आप परीक्षा में भी आत्मविश्वास के साथ लिख पाएंगे।
ब्राज़ीली ग्रां प्री के बाद लुईस हैमिल्टन के गुप्त रेडियो संदेश ने यह अटकलें लगाईं कि क्या यह मर्सिडीज टीम के साथ उनकी आखिरी दौड़ थी। संदेश में अपने खराब कार प्रदर्शन के लिए उन्होंने टीम को धन्यवाद दिया और यह संकेत दिया कि शायद यह उनका आखिरी प्रदर्शन हो सकता है। हालांकि, बाद में यह स्पष्ट हो गया कि उन्होंने मर्सिडीज के साथ अपनी आखिरी दौड़ अबू धाबी में पूरी की।